अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान में टी20 ट्राय‑सीरीज़ से विदाई ली, उरगुन में खिलाड़ियों की गोलीबारी के बाद

जब Kabeer Agha Argon, अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान और अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने साथी खिलाड़ियों के साथ उरगुन की राह पर था, तो शाम के एक घातक हवाई स्ट्राइक ने पूरी कहानी बदल दी।

शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2025 को रात लगभग 8:00 बजे (स्थानीय समय, UTC+4:30), पकटिका प्रांत के उरगुन जिले में स्थित एक आवासीय कॉम्प्लेक्स पर हवाई हमला हुआ, जिसमें कुल 10 नागरिक मारे गए, उनमें तीन स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ी क़बीर अह़ा आर्गन, सिबघतुल्लाह ज़िरोक और हारून (जिसे स्थानीय तौर पर केवल एक नाम से बुलाया जाता है) शामिल थे। यह आंकड़ा अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के प्रवक्ता Said Nasim Sadat ने पुष्टि की।

घटना की पृष्ठभूमि

क्रिकेट खिलाड़ी वर्ष के शुरुआती अवकाश के बाद शरणा, पकटिका के दफ़्तर से वापस अपने घर जाने की राह में थे। उन्होंने स्थानीय शरणा मैदान में दोस्ती‑मैच समाप्त कर अपने अन्नप्रासन के लिए एक निजी घर में मिलना तय किया था। उसी दौरान एक अज्ञात ऑफ़-ड्यूटी हवाई हमले ने इस शांत शाम को बिखेर दिया।

पकटिका के प्रांतीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि इस हमले में 10 लोग मारे गए, 4 और खिलाड़ियों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें नज़दीकी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस घटना के तुरंत बाद, शोक को बिखेरते हुए हजारों लोग शाम 17 अक्टूबर को पकटिका के विभिन्न मस्जिदों में तजिया का इंतजाम कर रहे थे।

हत्याकांड के विवरण

आक्रमण का लक्ष्य residential compound था, पर असली मकसद स्पष्ट नहीं है। ACB ने कहा कि यह "खिलाड़ियों को निशाना बनाकर किया गया" और इस कारण अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान में निर्धारित Twenty20 क्रिकेट ट्राय‑सीरीज़ Lahore से बाहर निकलने का निर्णय लिया।

साक्षी शहिद़ ने कहा, “हम एथलीट हैं, शांति के दूत। हम नहीं चाहते कोई और बमबारी या हत्याकांड।” यह बयान उनके साथ चोटिल खिलाड़ी सैफुल्लाह खान ने अस्पताल में अपने साथी को देख कर दिया।

क्रिकेट बोर्डों की प्रतिक्रियाएँ

अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 17 अक्टूबर को अपने आधिकारिक X (Twitter) अकाउंट पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि "खिलाड़ियों को निशाना बनाकर किए गए हमले के कारण हम ट्राय‑सीरीज़ में भाग नहीं लेंगे"।

इसी बीच, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने Mohsin Naqvi की अध्यक्षता में एक त्वरित बैठक बुलाई और ज़िम्बाब्वे को अफ़ग़ानिस्तान की जगह ट्राय‑सीरीज़ में शामिल करने का निर्णय लिया। यह निर्णय 18 अक्टूबर को लाहौर के गडाफ़ी स्टेडियम में होने वाले पहले मैच से पहले ही घोषित किया गया था।

अफ़ग़ानिस्तान के कप्तान Rashid Khan, जो ICC के नंबर‑एक T20 गेंदबाज़ हैं, ने टीम मीटिंग में आँसू बहाते हुए कहा कि "खेल के मैदान में शांति चाहिए, लेकिन इस तरह के हमले हमें फिर से सोचने पर मजबूर कर देते हैं"।

क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

इस हत्याकांड के बाद दो देशों के बीच घनिष्ठ 48‑घंटे की निरस्त्रीकरण समझौता, जो क़तर के दोहा में चल रहे शांति‑वार्ताओं के दौरान बढ़ाया गया था, तुरंत ही टूट गया। दोहा में 17 अक्टूबर को शुरू होने वाली शांति‑वार्ताओं को अब जोखिम में माना जा रहा है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक दर ने अफ़ग़ानिस्तान पर TTP (तेह्रिक‑ई‑तालिबान पाकिस्तान) के समर्थन का इल्ज़ाम लगाया, जबकि अफ़ग़ान सरकार के अंदरुनी मंत्रालय ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि "हमारे सीमाओं का उल्लंघन पाकिस्तान की तरफ़ से हुआ है"। इसी बीच, संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) ने 17 अक्टूबर को एक बयान जारी किया, जिसमें इस हमले को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के उल्लंघन के रूप में निंदा की गई।

आगे क्या हो सकता है

आगे क्या हो सकता है

अगले कुछ हफ्तों में दोहा में शांति‑वार्ताओं की फिर से शुरुआत हो सकती है, पर इसके लिए दोनों पक्षों की तीव्र कूटनीतिक गति आवश्यक होगी। यदि वार्ताएँ सफल हों तो संभावित रूप से सीमा‑नियंत्रण पर नया समझौता किया जा सकता है, जिससे भविष्य के इस तरह के हमले कम हो सकें।

दूसरी ओर, क्रिकेट प्रशंसकों के बीच अफ़ग़ानिस्तान की टीम के बाहर जाने की निराशा बड़ी है। कई युवा खिलाड़ी अपने सपनों के बारे में सवाल उठाते हैं—क्या अब अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेना संभव होगा? यह सवाल आने वाले महीनों में ICC के निर्णय पर निर्भर करेगा।

इतिहासिक संदर्भ

  • 2021 में तालिबान के शासन में लौटने के बाद से पाकिस्तान‑अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर लगातार टकराव होते रहे हैं।
  • UNAMA के आंकड़े के अनुसार, 1 जनवरी 2023 से 30 सितंबर 2025 तक 329 सीमापार घटनाएँ दर्ज हुईं।
  • अप्रैल 2025 में पकटिका के बरमाल जिले में मोर्टार फायर से 17 नागरिक मारे गए थे, जो इस क्षेत्र में अब तक का सबसे घातक हमला माना जाता है।

इन सभी घटनाओं ने दो देशों के बीच भरोसे को और कमजोर कर दिया है, और अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या इस हत्याकांड का सीधा जुड़ाव पाकिस्तान से है?

वर्तमान में कोई ठोस प्रमाण सार्वजनिक नहीं हुआ है जो सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराए। दोनों पक्ष इस बात पर टकराव में हैं: पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान पर TTP के समर्थन का आरोप लगाया है, जबकि अफ़ग़ान सरकार ने इस हमले को सीमा‑उल्लंघन माना है। अंतर्राष्ट्रीय जांच की प्रतीक्षा है।

अफ़ग़ानिस्तान की टीम ट्राय‑सीरीज़ में फिर से भाग लेगी?

अब तक ACB ने कोई बदलाव नहीं कहा है। यदि सुरक्षा आश्वासन मिलते हैं और शांति वार्ताएँ सफल रहती हैं, तो टीम के लिए भाग लेना संभव हो सकता है, पर यह ICC की अंतिम मंजूरी पर निर्भर करेगा।

उरगुन जिले में इस हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा?

स्थानीय प्रशासन ने मृत्युदंड और घायल संख्या की पुष्टि की है, पर जिम्मेदारी तय करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों द्वारा एक स्वतंत्र जांच चल रही है। अभी तक किसी भी पक्ष को आधिकारिक तौर पर दोषी नहीं ठहराया गया है।

क्या इस घटना से पाकिस्तान‑अफ़ग़ानिस्तान के बीच खेल संबंधों पर असर पड़ेगा?

संभावना काफी है। दो देशों के बीच पहले से ही खेल के माध्यम से कूटनीति चल रही थी, पर अब सुरक्षा‑संबंधी चिंताओं के कारण भविष्य में कोई भी संयुक्त टूर्नामेंट आयोजित करना कठिन हो सकता है।

UNAMA ने इस घटना पर क्या कहा?

UNAMA ने 17 अक्टूबर को जारी किए गए बयान में कहा कि यह हमला वैध अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का गंभीर उल्लंघन है और सभी पक्षों से नागरिकों के प्रति सुरक्षा का आश्वासन लेने को कहा।

टिप्पणि (15)

  1. Krishna Saikia
    Krishna Saikia

    क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं है, यह हमारी शांति और एकता का प्रतीक है। जब खिलाड़ी मैदान पर आते हैं, तो उन्हें सभी का सम्मान मिलना चाहिए। उरगुन में इस भयावह हमले ने हमें याद दिला दिया कि हिंसा कभी भी खेल की भावना को नहीं मार सकती। हमें इस त्रासदी को याद रखकर भविष्य में सुरक्षा को सर्वोपरि मानना चाहिए।

  2. Meenal Khanchandani
    Meenal Khanchandani

    यह अत्यंत दुखद घटना है और खेल के मूल सिद्धान्तों के खिलाफ है। सभी खिलाड़ियों को सुरक्षा का अधिकार है।

  3. Apurva Pandya
    Apurva Pandya

    हम सबको इस हत्या को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए :) खेल के लोग भी इंसान होते हैं और उनका जीवन भी कीमती है। सरकार को तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

  4. Nishtha Sood
    Nishtha Sood

    समुदाय के रूप में हमें इस शोक में साथ देना चाहिए। आशा है कि आगे ऐसे मामलों से बचने के लिए कड़ी सुरक्षा उपाय लागू होंगे। चलिए हम सब मिलकर उन खिलाड़ियों को सम्मान और समर्थन देने का वादा करें।

  5. arun great
    arun great

    यह असफल सुरक्षा प्रोटोकॉल का परिणाम प्रतीत होता है, विशेषकर हाई-थ्रेट क्षेत्रों में जहाँ विरोधी तत्व सक्रिय होते हैं। क्रिकेट बोर्ड को अब तत्काल एक व्यापक जोखिम विश्लेषण (Risk Assessment) करना चाहिए, जिसमें इंटेलिजेंस साझेदारी और जियो-फेंसिंग तकनीक शामिल हो। 🎯

  6. Anirban Chakraborty
    Anirban Chakraborty

    सही कहा, सुरक्षा को लेकर हम अक्सर कम तैयारी दिखाते हैं। नई प्रोटोकॉल में खिलाड़ी यात्रा के सभी चरणों को कवर करना चाहिए, न कि सिर्फ मैच के दिन। इससे न सिर्फ खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि दर्शकों का भरोसा भी कायम रहेगा।

  7. Anurag Kumar
    Anurag Kumar

    भाई लोगों, हम सबको मिलकर इस कठिन समय में सकारात्मक बानी बनाए रखनी चाहिए। छोटे‑छोटे कदम, जैसे कि सुरक्षा गार्ड की संख्या बढ़ाना, बड़ा असर दिखा सकते हैं।

  8. Prashant Jain
    Prashant Jain

    ऐसा लगता है कि कुछ लोग ही जिम्मेदारी उठाने को तैयार हैं, बाकी तो बस बहाने बना रहे हैं।

  9. DN Kiri (Gajen) Phangcho
    DN Kiri (Gajen) Phangcho

    सबको साथ लेकर चलना ही एकमात्र रास्ता है इस स्थिति से उबरने का हम सबको मिलकर आवाज़ उठानी चाहिए और आगे की सुरक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए

  10. Yash Kumar
    Yash Kumar

    समझते हैं कि इस तरह की घटनाओं पर गुस्सा आता है लेकिन गुस्सा ही समाधान नहीं होगा। सबसे पहले हमें यह पूछना चाहिए कि क्यों इस तरह की सुरक्षा चूक हुई, कौन जिम्मेदार था, और उसे कैसे सुधारा जा सकता है। फिर हमें विभिन्न स्तरों पर उपायों की योजना बनानी चाहिए। स्थानीय प्रशासन को तेज़ प्रतिक्रिया देनी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहयोग लेना चाहिए। इसके अलावा, खिलाड़ियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता भी अनिवार्य होनी चाहिए, क्योंकि ऐसी घटनाएं दीर्घकालिक असर छोड़ती हैं। सुरक्षा तकनीक में नवीनतम रडार, ड्रोन निगरानी, और AI‑आधारित खतरा पहचान सिस्टम लागू करने चाहिए। सभी स्टेडियम और टीम बसों को सुरक्षित करने के लिए बाड़ें और बुनियादी ढांचा सुदृढ़ करना होगा। हम यह भी देखना चाहिए कि क्या स्थानीय समुदाय को इस प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि उनका समर्थन महत्वपूर्ण है। अंत में, क्रिकेट बोर्ड को पारदर्शी रिपोर्टिंग चाहिए, ताकि जनता को भरोसा मिले कि कदम उठाए जा रहे हैं।

  11. Aishwarya R
    Aishwarya R

    यह एक और साची है जो हमारी अज्ञानता को बयां करती है।

  12. Vaidehi Sharma
    Vaidehi Sharma

    सही कहा, कभी‑कभी तथ्य सामने नहीं आते 😕 लेकिन हमें फिर भी प्रयास जारी रखना चाहिए।

  13. Jenisha Patel
    Jenisha Patel

    इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करता हूँ, और साथ ही यह भी आशा करता हूँ, कि सभी संबंधित पक्ष मिलकर ऐसी त्रासदियों को दोबारा न होने दें; इस हेतु उचित कदम उठाना आवश्यक है, क्योंकि सुरक्षा केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि अनिवार्य जिम्मेदारी है।

  14. Ria Dewan
    Ria Dewan

    ओह, ज़रूर, क्योंकि हमें तो हर बार प्रथम स्थान पर खिलाड़ियों को बंधकों की तरह रखना बहुत पसंद है - कितनी रोमांचक भविष्यवाणी! 🙄

  15. rishabh agarwal
    rishabh agarwal

    बिल्कुल, यह घटना विभिन्न स्तरों पर कई प्रश्न उठाती है। पहले, यह समझना आवश्यक है कि किस हद तक स्पोर्ट्स को राजनीति के बीच में घसीटा जाता है, क्योंकि अक्सर खेल को शांति का माध्यम माना जाता है, लेकिन वास्तविकता में यह कई बार संघर्ष का एक और मंच बन जाता है। दूसरा, खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर मौजूदा ढांचा कितनी मजबूत है, यह जांचना चाहिए; क्या एम्बेसेड सुरक्षा के साथ यात्रा की व्यवस्था है, या सिर्फ बुनियादी कदम ही उठाए जाते हैं? तीसरा, इस घटना के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड की क्या नीति होगी, क्या वे अफ़ग़ानिस्तान को फिर से टूर्नामेंट में शामिल करेंगे या नहीं। चौथा, स्थानीय सरकार की भूमिका क्या होगी; क्या वे इस तरह के हमले को रोकने के लिए विशेष काउंसिल बनायेंगे? पाँचवाँ, सामाजिक स्तर पर आम जनता की प्रतिक्रिया को अवश्य देखा जाना चाहिए, क्योंकि यदि जनता इस मार्मिक त्रासदी को दबाने की कोशिश करती है, तो यह आगे चलकर और बड़े नुकसान का कारण बन सकता है। यह भी विचारणीय है कि इस तरह की हिंसा की जड़ें क्या हैं; क्या यह केवल आतंकवादियों का काम है, या इसके पीछे जटिल राजनीतिक कारण हैं। इसके साथ ही, हम यह नहीं भूल सकते कि खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य कितना नाज़ुक होता है; इस दबाव को कम करने के लिये सहायता समूहों की जरूरत है। अंत में, इस शोक को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्मृति बनाकर, हमें ऐसी घटनाओं को दोबारा नहीं होने देना चाहिए। इसलिए, सभी पक्षों को मिलकर एक ठोस और दीर्घकालिक सुरक्षा योजना बनानी चाहिए, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय निगरानी, स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल, और खेल के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना शामिल हो। तभी हम आशा कर सकते हैं कि भविष्य में क्रिकेट केवल खेल ही नहीं, बल्कि शांति का सच्चा प्रतीक बनकर रहे।

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