मैच का सारांश
दुर्दिन 2 में भारत महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 24 रन से परास्त किया, जिससे सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल हुई। भारत ने 20 ओवर में 181/4 बनाकर लक्ष्य तय किया। इसके पीछे भारत महिला क्रिकेट की सामूहिक ताकत और कुछ खास खिलाड़ी खड़े थे।
अमनजोत कौर ने 40 गेंदों में 63 रन बनाए, जो उनके करियर की सबसे बड़ी पारी रही। साथ ही उन्होंने 1 विकेट (1/28) ली, जिससे वह पहली भारतीय महिला बन गईं जिन्होंने एक ही T20I में 60+ रन और विकेट दोनों हासिल किए। इस दोहरे प्रदर्शन के चलते उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब मिला।
जेमिमाह रोड्रिगेज ने भी 41 गेंदों में 63 रन बनाए, जिससे दोनो शॉर्ट‑हिटर्स ने मिलकर 126 रन का योगदान दिया। शॉर्ट‑ऑवर में तेज़ छक्के और घने दौरे ने इंग्लैंड की रक्षक पंक्ति को परेशान किया।
- अमनजोत कौर – 63 रन, 1/28
- जेमिमाह रोड्रिगेज – 63 रन
- हर्मनप्रीत कौर – कप्तान, खेल रणनीति में मार्गदर्शन
- श्री चारनी – 2/28
- दीप्ति शर्मा – 1/30
इंग्लैंड की ओर से टैमी ब्यूटन ने 54 रन बनाए, जबकि सोफी इकलस्टोन ने 35 रन का समर्थन किया। लेकिन भरोसेमंद गेंदबाजों की कमी और तेज़ गति से बाउंड्री न लग पाने के कारण उनका स्कोर 157/7 पर अटका, जिससे उन्हें 24 रन की हार का सामना करना पड़ा।
सीरीज पर असर और आगे की तैयारी
यह जीत भारत को न सिर्फ़ 2-0 की बढ़त देती है, बल्कि विश्व कप तक की टूर के लिए आत्मविश्वास भी बढ़ाती है। दोनों टीमें अभी भी आईसीसी महिला एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) विश्व कप की तैयारी में लगे हुए हैं, इसलिए इस सीरीज का हर मैच महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम ने सुसंगत रूप से बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में संतुलन दिखाया है। उनके अनुभव और टीम भावना ने युवा खिलाड़ियों को चिंगारी दी है, जिससे भविष्य की बड़ी टournaments में भारत की क्षमताएँ और निखरेंगी।
अगले मैचों में इंग्लैंड को जीतने के लिए अपने खेल को और तेज़ करना होगा, खासकर बचाव में लाइटर बॉलिंग और फील्डिंग पर ध्यान देना होगा। भारत ने तो पहले ही अपनी ताकत दिखा दी है, अब बस थिरकती लहर के साथ आगे बढ़ना बचेगा।
वाह भाई! ये टीम तो अब दुनिया की नंबर वन हो गई! 🚀
अमनजोत का 63 रन + 1 विकेट देखकर लगा जैसे टीम में दो अलग-अलग खिलाड़ी खेल रहे हों। इस दोहरे असर को कोई भूल नहीं सकता।
ये जीत सिर्फ़ मैच की नहीं, भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य की शुरुआत है। अब बस इंग्लैंड को देखना है कि वो इस धमाके का जवाब कैसे देते हैं।
हर बार जब भारतीय महिलाएं खेलती हैं, तो लगता है कि ये सिर्फ़ खेल नहीं, एक सामाजिक विप्लव है। अमनजोत की इस पारी ने गाँव की लड़कियों के दिलों में आग लगा दी। अब वो भी चाहेंगी कि उनकी फोटो बिल्डिंग की दीवार पर लगे।
क्या ये नया युग है? जहाँ लड़कियाँ बल्ले से नहीं, बल्कि अपनी आत्मा से जीतती हैं?
जेमिमाह ने भी 63 रन बनाए? वाह। अब तो दोनों का नाम एक साथ लिखना पड़ेगा।
इस पारी के बाद कोई भी नहीं कह सकता कि महिला क्रिकेट अर्बन इंटरेस्ट का विषय है। ये एक राष्ट्रीय घटना है। इसके लिए टीवी चैनलों को अपने समय का एक घंटा देना चाहिए।
बिल्कुल सही! इस टीम की गेंदबाज़ी ने तो इंग्लैंड को एक नए स्तर पर ले आया। श्री चारनी का विकेट देखकर लगा जैसे कोई बारिश की बूंद ने बारिश का रास्ता बदल दिया हो। ये टीम तो अब बस एक जीत के बाद एक और जीत की ओर बढ़ रही है।
हर्मनप्रीत की कप्तानी देखकर लगता है कि वो टीम के दिल की धड़कन हैं। उनके बिना ये जीत अधूरी होती।
दीप्ति शर्मा का एक विकेट और 30 रन भी बहुत महत्वपूर्ण था। बहुत लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन ये बॉलर बिना शोर के काम करती हैं।
कभी सोचा था कि एक दिन भारत की महिलाएं इंग्लैंड को इतने आसानी से हराएंगी? ये दुनिया बदल रही है। और हम इसके बीच में हैं।
अमनजोत कौर की ये पारी इतिहास बन गई! अब तक की सबसे बड़ी दोहरी उपलब्धि! अब इसे टीम इंडिया के लिए एक नया स्टैंडर्ड बनाना होगा। इसके बाद कोई भी ऐसा प्रदर्शन करेगा तो उसे बस इसके बराबर होना होगा! 🙌
ये जीत देखकर लगता है कि अब हर लड़की घर पर बल्ला उठाएगी। बस एक बार देख लो और दिल बदल जाता है।
इंग्लैंड की बॉलिंग बहुत धीमी रही। अगर वो थोड़ा तेज़ गेंदबाज़ी करते, तो शायद अलग नतीजा आता।
इस टीम की सफलता का रहस्य ये है कि वो खेलती हैं बिना डर के। न कोई नियम, न कोई डर। बस खेल। और जीत।
अमनजोत के बाद कोई और ऐसा करेगा? नहीं। ये एक अनोखा घटना था। अब ये एक अलग युग है।
अमनजोत की पारी देखकर लगा जैसे कोई फिल्म का एक्शन सीन हो गया। बस एक गेंद फेंकी और सब बदल गया।
ये जीत बहुत अच्छी लगी पर अभी तक कोई रिकॉर्ड नहीं टूटा। अब तो अमनजोत का नाम इतिहास में लिख दिया गया है।
अमनजोत ने तो बस एक मैच अच्छा खेला। अब देखना है कि वो अगले मैच में क्या करती है। एक मैच की जीत से कुछ नहीं होता।
हर्मनप्रीत की कप्तानी अच्छी थी। लेकिन ये टीम अभी भी बहुत बच्चों जैसी लगती है। अगर वो अभी भी इतनी जल्दी जीत रही हैं, तो ये जीत बहुत तेज़ी से गायब हो जाएगी।