गर्मियों का मौसम आते ही धूप तेज़ हो जाती है, एसी की लाइनें लगती हैं और लोगों का मूड भी बदलता है। अगर आप इस गर्मी में आराम से रहना चाहते हैं तो कुछ आसान कदम उठाएंगे तो फर्क पड़ेगा। नीचे हमने रोज़मर्रा के छोटे‑छोटे ट्रिक्स रखे हैं जो आपकी मदद करेंगे।
सबसे पहले पानी पिएँ, लेकिन सिर्फ़ साधारण पानी नहीं। शरीर में लवण और खनिज भी गिरते हैं, इसलिए नमकीन पानी या नींबू‑शक्कर वाले ड्रिंक से इलेक्ट्रोलाइट्स भरें। अगर बाहर जा रहे हों तो बोतल में ठंडा पानी रखकर हर दो घंटे में एक गिलास पीने की कोशिश करें। इससे पसीने के साथ खोए हुए पोषक तत्व वापस मिलेंगे और थकान कम होगी।
एसी नहीं है तो भी घर को ठंडा रख सकते हैं। ब्लाइंड्स या परदे बंद रखें, धूप सीधे अंदर न आए। खिड़की के पास पंखे लगाएँ और एक बाउल में बर्फ या ठंडा पानी रख कर फैन के सामने रखें – इससे हवा ठंडी महसूस होगी। रात को जब बाहर ठंडी हो तो खिड़कियां खोल दें, फिर सुबह परदे बंद करके धूप रोकें। ये छोटे‑छोटे उपाय एसी की बिल्ली बचाते हैं और बिजली का खर्च कम करते हैं।
खाने‑पीने में भी ध्यान रखें। तले‑भुने भोजन के बजाय फ्रूट सलाद, दही, ठंडी चटनी या ककड़ी जैसे हल्के खाने चुनें। बहुत मसालेदार चीज़ से बचें क्योंकि वो शरीर का ताप बढ़ाते हैं। अगर बाहर से लंच ले रहे हों तो सैंडविच में लेट्यूस और टमाटर जोड़ें – ये पानी की मात्रा बढ़ाते हैं।
सूरज के सबसे तेज़ समय (दोपहर 11 बजे से 3 बजे तक) में सीधे बाहर निकलना कम करें। अगर काम या पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़े तो टोपी, सनग्लास और हल्की लाइट‑कलर की शर्ट पहनें। एस्प्रेसो या कॉफ़ी जैसे कफ़ीन वाले पेय को सीमित रखें; ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।
गरमी में फिटनेस भी ज़रूरी है, पर तेज़ धूप में दौड़ना नहीं चाहिए। सुबह जल्दी या शाम देर से हल्का योग, स्ट्रेचिंग या घर के अंदर वॉक करें। पसीने में खोए हुए नमक को रिवर्स करने के लिए बादाम पानी या नारियल पानी पी सकते हैं।
रॉयल खबरें पर इस टैग में कई लेख भी मिलेंगे जैसे "दिल्ली में जुलाई की बाढ़", "वाराणसी में गंगा का जलस्तर" आदि, जो गर्मियों से जुड़े मौसम और स्वास्थ्य के पहलुओं को कवर करते हैं। आप इन लेखों को पढ़ कर अपनी योजना बना सकते हैं – चाहे वो यात्रा हो या रोज़मर्रा की रूटीन।
अंत में याद रखें, गरमी खुद नहीं रोकती, हम अपने छोटे‑छोटे फैसलों से इसे आसान बनाते हैं। पानी पिएँ, घर ठंडा रखें, हल्का खाना खाएँ और धूप के तेज़ समय से बचें – इन बातों को अपनाएँ और इस गर्मी का आनंद बिना थकान के उठाएँ।
2024 की हज यात्रा में अत्यधिक गर्मी के कारण 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिससे यह अब तक का सबसे घातक हज साबित हुआ। सऊदी अरब हर साल हज वीजा की संख्या सीमित करता है, लेकिन कई तीर्थयात्री पर्यटक वीजा प्राप्त कर बिना उचित सुविधाओं के हज करते हैं। इस साल की दर्दनाक मौतों की वजह तापमान में अत्यधिक वृद्धि और अपर्याप्त देखभाल रही है।