अगर आप अपने बच्चे को सरकारी या निजी स्कूल में दाखिला देना चाहते हैं तो सही जगह पर आए हैं। रॉयल खबरों पर हम यूपी के स्कूल प्रवेश के सारे जरूरी कदम आसान भाषा में बता रहे हैं। पढ़ते‑पढ़ते आपको पता चलेगा कब फॉर्म भरना है, कौन‑से दस्तावेज चाहिए और चयन प्रक्रिया कैसी होती है।
हर साल यूपी बोर्ड और राज्य शिक्षा विभाग दो प्रमुख चरणों में स्कूल प्रवेश करवाता है – प्री‑प्राथमिक (किंडरगार्टन) और प्राथमिक (कक्षा 1‑5)। 2025 में फॉर्म भरने की शुरुआत जुलाई के पहले हफ्ते से होगी। ऑनलाइन आवेदन का आखिरी दिन मध्य अगस्त तक रहता है, इसलिए देर न करें।
एक बार फ़ॉर्म जमा हो जाने पर स्कूलों को दस्तावेज़ जांच और मेरिट सूची बनाने के लिए दो‑तीन हफ़्ते मिलते हैं। परिणाम आमतौर पर अक्टूबर की पहली या दूसरी सप्ताह में प्रकाशित होते हैं। यदि आपका बच्चा चयनित नहीं हुआ तो वैकल्पिक प्रतीक्षा लिस्ट देखें – अक्सर खाली सीटें दिसंबर तक आती रहती हैं।
फ़ॉर्म के साथ नीचे लिखे दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करना होता है:
ध्यान रखें, सभी दस्तावेज़ साफ‑साफ और पढ़ने लायक हों। अगर स्कैनिंग में धुंधली छवि अपलोड की तो आवेदन रद्द हो सकता है। फॉर्म भरते समय बच्चे का सही नाम, कक्षा और स्कूल का कोड दोबारा चेक कर लें। छोटी‑सी गलती से पूरे एप्लिकेशन को फिर से शुरू करना पड़ता है।
एक बार सब कुछ जमा हो जाए तो आप अपने मोबाइल या ईमेल पर आवेदन नंबर के साथ अपडेट पा सकते हैं। यदि कोई सवाल हो तो राज्य शिक्षा विभाग की हेल्पलाइन 1800-XXXXX पर कॉल करें – वे अक्सर वही समस्याएँ बताते हैं जो दूसरों को भी आती हैं।
सभी चरणों को समझकर और समय सीमा का पालन करके आप अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में जगह दिला सकते हैं। याद रखें, जल्दी शुरू करना हमेशा फ़ायदे वाला होता है क्योंकि बाद में सीटें कम मिलती हैं। अब देर न करें, आज ही फॉर्म भरना शुरू करें और एक उज्ज्वल भविष्य की दिशा में पहला कदम बढ़ाएँ।
उत्तर प्रदेश के आरटीई एडमिशन 2025-26 में करीब 19,000 आरक्षित सीटें अचानक पोर्टल से गायब हो गई हैं, जिससे गरीब और कमजोर वर्ग के अभिभावकों में जबरदस्त बेचैनी है। स्कूलों की सूची में कई प्राइवेट स्कूल 'क्लोज्ड' दिखाए जा रहे हैं, जबकि वे खुले हैं। शिक्षा विभाग अब तक इस तकनीकी गड़बड़ी पर कोई सफाई नहीं दे पाया है।