शानदार जीत का जश्न मनाता आर्सेनल
आर्सेनल ने एक अपारंपरिक शक्ति प्रदर्शन करते हुए स्पोर्टिंग सीपी को 5-1 से हराकर चैंपियंस लीग में बहुत ही खास जीत हासिल की। यह मुकाबला इस्तादियो जोस अल्वालदे में 26 नवंबर 2024 को हुआ, जिसमें आर्सेनल ने अपने खेल की आदी शक्ति का प्रदर्शन किया। यह जीत आर्सेनल के लिए बड़ी थी, क्योंकि पिछले एक साल में यह उनकी चैंपियंस लीग में विदेश में पहली जीत थी। साल 2003 में इंटर मिलान के खिलाफ मिली 5-1 की जीत के बाद पहली बार इतना बड़ा अंतर देखने को मिला।
गेब्रियल मार्टिनेल्ली ने महज़ 6वें मिनट में तेज़ तर्रार शुरुआत करते हुए पहला गोल दागा। उनका यह गोल चैंपियंस लीग में आर्सेनल के लिए सबसे जल्दी गोल में से एक था, जब से थिओ वॉल्कॉट ने 2016 में बासेल के खिलाफ गोल किया था। इसके बाद, मैच में और गति आई जब काई हैवर्ट्ज़ ने 22वें मिनट में दूसरा गोल किया और पहले हाफ की समाप्ति से ठीक पहले गेब्रियल ने डेक्लन राइस द्वारा कोने से मिली गेंद पर हेड मारकर तीसरा गोल कर दिया।
स्पोर्टिंग सीपी की कोशिश और आर्सेनल की पकड़
दूसरे हाफ की शुरुआत में स्पोर्टिंग सीपी ने कुछ जवाबी कार्रवाई का प्रयास किया और गोनसालो इनासियो के माध्यम से एक गोल दागा। लेकिन आर्सेनल ने अपनी बढ़त को और मजबूत किया जब बुकायो साका ने एक पेनल्टी की बदौलत फिर से स्कोर बढ़ा दिया और अंतिम मिनट में लिआंड्रो ट्रोसार्ड ने मिकेल मेरिनो को मिले रिबाउंड से गोल कर स्कोर 5-1 कर दिया।
कोच मिकेल आर्टेटा ने टीम के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने बतलाया कि कैसे टीम के ठोस खेल और सही समय पर गोल करने की वजह से यह जीत संभव हो पाई। यह जीत न केवल आर्सेनल के यूरोपीय अभियानों में महत्वपूर्ण थी, बल्कि काई हैवर्ट्ज़ के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हुई, जिन्होंने क्लब करियर में अपना 100वां गोल दर्ज किया।
स्पोर्टिंग सीपी की हार और भविष्य की रणनीति
स्पोर्टिंग सीपी, जो पिछले एक साल से घरेलू मैदान में अजेय रहे थे, ने अपने नए कोच जोआओ परेरा के निर्देशन में इस हार का सामना किया। उनकी टीम ने इससे पहले मैनचेस्टर सिटी को 4-1 से हराकर सबको चौंका दिया था, लेकिन इस मैच में उस प्रदर्शन का वे पुनरावृत्ति नहीं कर सके।
आर्सेनल की इस जीत ने उनके लिए चैंपियंस लीग के टॉप-8 में पहुंचने के अवसर को बढ़ावा दिया। ये जीत इसलिए भी ज़रूरी थी क्योंकि पिछले चार यूरोपीय अवे मैचों में आर्सेनल ने न तो जीत हासिल की थी और न ही कोई स्कोर बनाए थे। ऐसे में यह जीत उनके यूरोपीय अभियान को नई उम्मीद देती है और उन्हें अंतिम 16 में सीधे प्रवेश की ओर अग्रसर कर सकती है, बिना किसी प्लेऑफ की आवश्यकता के।
ये आर्सेनल तो अब बस बाहर जा रहा है, लेकिन अभी तक ये जीत देखकर लगा जैसे फुटबॉल का नया युग शुरू हो गया।
मैंने तो सोचा था कि स्पोर्टिंग सीपी घर पर अजेय है, लेकिन आर्सेनल ने उनकी दीवार को धूल चटा दी। 😅
गेब्रियल मार्टिनेल्ली का गोल तो देखकर लगा जैसे बारिश के बाद पहली बूंद गिरी हो। इस टीम में अब फ्लो और फिजिक दोनों हैं। ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, एक ट्रांसफॉर्मेशन है।
इस टीम का असली ताकत ये है कि वो किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है। हैवर्ट्ज़ का 100वां गोल, साका का पेनल्टी, ट्रोसार्ड का रिबाउंड गोल - सब कुछ टीम वर्क का नतीजा है। आर्टेटा ने एक फुटबॉल यूनिवर्स बना दिया है जहां हर खिलाड़ी एक सिस्टम का हिस्सा है, न कि एक स्टार।
स्पोर्टिंग सीपी ने मैनचेस्टर सिटी को हराया था ना? तो फिर ये लोग इतने आसानी से क्यों टूट गए? बस आर्सेनल के खिलाफ बिल्कुल बेकार खेला।
मैंने देखा कि बुकायो साका ने पेनल्टी लेने के बाद बस एक बार आंखें बंद कीं और फिर गोल किया। ये अंदर की शांति है। ये टीम नहीं, एक अनुभव है।
कोई भी टीम जो एक अवे मैच में 5-1 से जीत जाए, उसके लिए ये नए दिन की शुरुआत है। अब बस इतना देखना है कि वो इस रफ्तार को कैसे बनाए रखती है।
आर्सेनल के खिलाफ खेलने वाली हर टीम को याद रखना चाहिए - जब आर्सेनल फुल गैस पर हो, तो बचने का कोई रास्ता नहीं।
इस जीत के बाद मैंने अपने दोस्त को फोन किया जो 90s में आर्सेनल का फैन था। उसने कहा - 'ये वो टीम नहीं है जिसके बारे में हमने सपने देखे थे, ये उससे भी ज्यादा है।'
अगर ये जीत इसी तरह जारी रही, तो अगले साल फाइनल लंदन में हो सकता है। और अगर वहां भी ये टीम ऐसा ही खेले, तो शायद फाइनल का स्टेडियम भी बंद हो जाएगा।
मैंने तो बस एक बार देखा, और फिर पूरा दिन खुश रहा। ये टीम दिल को छू जाती है।
मैंने तो गेब्रियल के गोल के बाद अपनी कॉफी उलट दी... लेकिन अब लगता है जैसे जिंदगी भी बदल गई।
क्या ये जीत सिर्फ फुटबॉल की नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद की शुरुआत है? शायद अब हम सब थोड़ा अलग तरह से देखने लगे हैं।
हर गोल एक कहानी है। मार्टिनेल्ली का गोल बचपन की खुशी है, हैवर्ट्ज़ का गोल लगता है जैसे कोई नियम तोड़ रहा हो, साका का पेनल्टी जैसे किसी ने अपने डर पर जीत हासिल की हो। ये टीम नहीं, एक भावनात्मक यात्रा है।
अगर आर्सेनल इसी तरह आगे बढ़ता है, तो फिर वो सिर्फ एक टीम नहीं रहेगी... वो एक भावना बन जाएगी।
मैंने तो देखा कि आर्टेटा ने बुकायो को पेनल्टी के लिए चुना और वो ने बिना डरे शूट कर दिया। ये टीम कोच की नहीं, खिलाड़ियों की है।
इस जीत के बाद मैंने अपनी माँ को बताया - उसने कहा, 'तुम लोग इतने गुस्से में क्यों रहते हो? ये तो बस एक गेम है।' लेकिन मम्मी, ये गेम तो जिंदगी बदल देता है।
पिछले चार अवे मैचों में आर्सेनल ने न तो जीता था न ही गोल किया था... और अचानक ये जीत आ गई। ये नहीं, ये एक चमत्कार है। शायद ये टीम अब सिर्फ जीत नहीं, बल्कि अपने दर्शकों के दिलों में भी जीत रही है।
अगर आर्सेनल अगले मैच में भी ऐसा ही खेले, तो मैं अपनी जान भी दे दूंगा उनके लिए।
कोई बात नहीं, अब तो बस इंतज़ार है - अगला मैच कब है?