दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे वनडे में अफगानिस्तान को दी मात
रविवार को शारजाह में खेले गए तीसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान को सात विकेट से हराकर इसका अंत किया। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने श्रृंखला में सफाया होने से बचा लिया। तीन मैचों की इस श्रृंखला का अंतिम परिणाम 2-1 रहा, जिसमें अफगानिस्तान ने पहले दो मैच जीतकर श्रृंखला अपने नाम की थी। तीसरे वनडे में एiden Markram की बेहतरीन पारी और ट्रिस्टन स्टब्स के साथ उनकी साझेदारी ने अफगानिस्तान के लिए परेशानी खड़ी कर दी।
एiden Markram का बेहतरीन प्रदर्शन
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 170 रन के लक्ष्य का पीछा किया। एiden Markram ने 69 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। उन्होंने ट्रिस्टन स्टब्स के साथ 90 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इससे पहले, 80/3 के स्कोर पर एक समय दक्षिण अफ्रीका मुश्किल में नजर आ रही थी, मगर इस जोड़ी ने मैच को संभाला और टीम को जीत दिलाई।
अफगानिस्तान की बल्लेबाजी में गड़बड़ी
अफगानिस्तान की टीम 169 रन पर सिमट गई। रहमनुल्लाह गुरबाज ने 94 गेंदों में 89 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम का पतन शुरू हो गया। अफगानिस्तान ने 132/7 के स्कोर पर अपने कई मुख्य बल्लेबाजों को रन टेक्नीकल आउट्स के कारण खो दिया, जिसमें रहमत शाह, हशमतुल्लाह शाहिदी और इकराम अलीखिल शामिल थे। वहीं, tail-ender AM Ghazanfar ने 15 गेंदों में 31* रन बनाकर टीम के स्कोर में कुछ योगदान दिया।
टीम कप्तानों की प्रतिक्रिया
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बवुमा ने मैच के बाद खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "हम बल्लेबाजी में काफी कुशल रहे। श्रृंखला को लेकर जो योजना बनाई थी, वह पूरी नहीं हो पाई, लेकिन आज के प्रदर्शन से मैं संतुष्ट हूँ।" दूसरी ओर, अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने कहा, "श्रृंखला जीतने पर बहुत खुशी है। आज का मैच जीतकर मैंने अधिक संतोष होता, लेकिन रन-आउट्स के कारण हम शीर्ष पर नहीं पहुँच पाए।"
श्रृंखला के समापन पर विचार
अंतिम वनडे मैच के साथ इस श्रृंखला का समापन हो गया, जिसमें अ पॉजिटिव नोट पर। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी लड़ाई की भावना को दर्शाते हुए अंतिम मैच जीता, जबकि अफगानिस्तान ने इस श्रृंखला में ऐतिहासिक 2-1 की जीत दर्ज की। आने वाले मुकाबलों में दोनों टीमों की प्रदर्शन देखने लायक होगी।
Markram का खेल देखकर लगा जैसे वो बल्ले को अपनी जीभ से चाट रहा हो। बिना झटके के रन बनाए, बिल्कुल शांत।
अफगानिस्तान की टीम ने श्रृंखला जीत ली थी, लेकिन आखिरी मैच में रन-आउट्स ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। ये तो बस एक गलती नहीं, बल्कि एक अध्ययन है कि टीम खेल में ध्यान कैसे रखे।
वाह, ये तो बहुत अच्छा खेल था... गुरबाज ने तो बहुत अच्छा खेला... और Markram ने भी... बहुत अच्छा लगा...
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने जो बदलाव किया, वो बहुत बड़ी बात है। जब आप 80/3 पर होते हैं और फिर 170 बना देते हैं, तो ये सिर्फ बल्लेबाजी नहीं, ये दिमाग की लड़ाई है। Markram ने जो शांति बनाए रखी, वो बहुत कम खिलाड़ी कर पाते हैं। और ट्रिस्टन स्टब्स भी बहुत अच्छा खेला, उनकी बल्लेबाजी में बहुत ताकत थी, और वो दबाव में भी शांत रहे। अफगानिस्तान की टीम ने बहुत अच्छा शुरुआत की, लेकिन जब रहमनुल्लाह आउट हुए, तो बाकी लोग बिना योजना के बल्ला घुमाने लगे। ये बहुत खेद की बात है क्योंकि उनके पास टैल-एंडर्स भी थे, लेकिन उन्हें इस्तेमाल नहीं किया गया।
ये लिखा है 'रन टेक्नीकल आउट्स' - ये गलत है। सही शब्द है 'रन आउट'। अगर आप खेल की बात कर रहे हैं, तो शब्दों का सही उपयोग करें। और 'एiden Markram' का सही नाम 'Aiden Markram' है। इस तरह की गलतियाँ लेख की विश्वसनीयता को नुकसान पहुँचाती हैं।
मैं तो बस देख रहा था और दिल टूट गया... अफगानिस्तान ने जीत ली थी और फिर ये... ये तो जैसे आपका जीता हुआ गाना बंद हो जाए और अचानक बजने लगे 'मैं तो बस एक गुमराह हूँ'... रो रहा हूँ अब...
अफगानिस्तान के लिए ये श्रृंखला जीतना बहुत बड़ी बात थी। आज का मैच उनके लिए सीख बन गया। अगली बार वो इस गलती को नहीं दोहराएंगे। और दक्षिण अफ्रीका के लिए ये वापसी बहुत शानदार थी। दोनों टीमों को बधाई।
ये मैच देखकर लगा जैसे कोई दो दोस्त लड़ रहे हों, एक ने शुरुआत में बहुत आगे निकल गया, दूसरे ने धीरे-धीरे सब कुछ संभाल लिया। अफगानिस्तान ने बहुत अच्छा खेला, और दक्षिण अफ्रीका ने दिखाया कि अंत तक लड़ना कितना जरूरी है। बहुत अच्छा खेल था।
Markram ने जो किया, वो बस बल्ला नहीं चलाया, वो दिमाग चलाया। अफगानिस्तान के गेंदबाज उन्हें नहीं रोक पाए।
अफगानिस्तान की टीम तो बस एक बार जीत गई, फिर बर्बाद हो गई। इनकी टीम तो बस टैल-एंडर्स के साथ खेलती है। कोई बड़ा खिलाड़ी नहीं है।
गुरबाज का स्कोर तो बहुत अच्छा था लेकिन उसके बाद जो हुआ वो बहुत दुखद लगा... और रन आउट्स के बारे में बहुत बात हो रही है पर कोई नहीं बता रहा कि ये कैसे हुए...
ये मैच तो बस एक ब्रॉडवे शो था! गुरबाज ने एक नाटक लिखा, Markram ने उसे रिकॉर्ड कर दिया, और अफगानिस्तान के बल्लेबाज ने अपने जूते उतार दिए और भाग गए! ये नहीं, ये तो एक ड्रामा है जिसमें आखिरी पल में लाइट्स बंद हो गईं!
मैंने इस श्रृंखला को बहुत ध्यान से देखा। अफगानिस्तान के लिए पहले दो मैच जीतना एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, और उनके खिलाड़ियों ने बहुत बड़े दबाव में भी अपना बल्ला चलाया। लेकिन तीसरे मैच में, जब दक्षिण अफ्रीका ने अपनी बल्लेबाजी को बहुत अच्छी तरह से नियंत्रित किया, तो अफगानिस्तान के गेंदबाज थोड़े बेसब्र हो गए, और उनके बल्लेबाज भी अचानक रन बनाने के लिए तैयार नहीं थे। ये सिर्फ एक खेल नहीं, ये एक बड़ी शिक्षा है कि जब आप एक श्रृंखला जीत लेते हैं, तो अगले मैच में आपको अपने खेल को और भी बेहतर तरीके से लागू करना होता है। दक्षिण अफ्रीका ने बहुत अच्छी तरह से अपनी रणनीति बदली, और इसी वजह से वो जीत गए।
अफगानिस्तान ने श्रृंखला जीत ली? ओह तो फिर ये तीसरा मैच क्या था? एक लंबी दुखद याद? दक्षिण अफ्रीका ने तो बस अपने बल्लेबाजों को खेलने दिया, और अफगानिस्तान ने अपने आप को गिरा दिया। ये तो बस एक बर्बर रन-आउट का नाटक है।
अफगानिस्तान के लिए ये श्रृंखला जीतना बहुत बड़ी बात है। अगली बार वो इस तरह की गलतियाँ नहीं करेंगे। दक्षिण अफ्रीका ने बहुत अच्छा खेला। दोनों टीमें बहुत अच्छी हैं।