जब नश्रा संधू, पाकिस्तान महिला टीम की युवा स्पिनर, 22 सितंबर 2025 को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में 9 ओवरों में 6 विकेट लिये, तो दर्शकों की धड़कनें तेज़ हो गईं।
इस फॉर्मेट का तीसरा वनडे, जो पाकिस्तान‑साउथ अफ्रीका महिला ODI श्रृंखला का हिस्सा था, साउथ अफ्रीकी कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट के नेतृत्व में पहले बैटिंग का चुनाव किया गया। लेकिन उनके 115 रन की कोशिश सिर्फ 25.5 ओवर में खत्म हो गई, और संधू का 6/26 का जादू‑शॉट पूरे मैच का मुकाम तय कर गया।
मैच की पृष्ठभूमि और टीम का हाल
पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम ने इस सीज़न की शुरुआत कुछ हल्की जीतों से की थी, लेकिन साउथ अफ्रीका ने पहले दो वनडे में 2-0 की बढ़त बना ली थी। इस परिप्रेक्ष्य में तीसरा मैच सिर्फ सम्मान बचाने का नहीं, बल्कि टीम की आत्मविश्वास की कसौटी था। गद्दाफी स्टेडियम, जो 1999 विश्व कप के गंदे धूल‑धूसर मैदान की यादें दिलाता है, इस बार पूरा चमक रहा था – स्टेडियम की क्षमता 27,000 और आसपास के स्टेडियम कैफ़े में भी क्रिकेट प्रेमियों का जमावड़ा था।
साउथ अफ्रीकी टीम में अनुभवी कप्तान वोल्वार्ड्ट (28) ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग का फैसला किया, जबकि पाकिस्तान ने पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम के गेंदबाजी यूनिट पर पूरा भरोसा रखा था।
मैच का चलन: 115 रन में 6 विकेट
पहले ओवर में साउथ अफ्रीकी ओपनर सन लूस ने 8 गेंदों में 10 रन बनाकर थोड़ी गति दिखाने की कोशिश की, लेकिन 2 चौके के बाद वह संधू की तेज़ बॉल पर एज करके आउट हो गई। इसके बाद डायना बेग ने सुरक्षित कैच लेकर तत्काल नियंत्रण ले लिया।
वोल्वार्ड्ट ने 23 गेंदों में 28 रन बनाते हुए स्थिरता दिखाने की कोशिश की, पर 6.4 ओवर में सिर्फ 38 रन का साझेदारी करने वाली कराबो मेसो भी अचानक नीचे गिर गई। 73 रन पर 5 विकेट गिराने के बाद टीम का मंचन पूरी तरह से बिखर गया।
नश्रा संधू ने अपने पार्श्ववायु में बदलाव और आधी गति की गेंदों से लगातार दबाव बनाया। 4वें ओवर में उन्होंने सिनालो जाफ्ता को एलेग का कटा, जिससे स्कोर 24/2 हो गया। इसके बाद क्लो ट्रायन और नादीन डी क्लर्क भी क्रमशः एएलबीडब्ल्यू हो गईं। संधू ने अंत में छक्का की तरह अपने 6 विकेट लिये – कमाल की फ्लाइट, डिफ़ेक्टेड पिच और बॉल की सही लंबाई ने साउथ अफ्रीकी मध्य क्रम को निराशा के सागर में धकेल दिया।
आख़िरकार, साउथ अफ्रीका 115/6 के साथ ऑलआउट हो गई, जबकि संधू ने 9 ओवरों में केवल 26 रन देकर 6/26 के बेहतरीन आंकड़े प्रस्तुत किए। यह उनके करियर का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है और पाकिस्तान के महिला क्रिकेट इतिहास में भी दुर्लभ आँकड़ा है।

खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ और विश्लेषकों की राय
मैच के बाद संधू ने कहा, “मैं अपने अभ्यास के दौरान जितनी भी कोशिशें करती हूँ, आज का दिन बस एकदम सही था। गेंदों को सही ज़ोन में लाना और बॉलर के रूप में आत्मविश्वास रखना ही जीत की कुंजी थी।”
पाकिस्तान की टीम के कोच इमरान अली ने कहा, “नश्रा ने आज के मैत्रीपूर्ण माहौल में भी अपनी अडिग मानसिकता दिखायी। यह प्रदर्शन युवा गेंदबाजों को प्रेरित करेगा।”
क्रिकेट विश्लेषक आकाश सिंह ने बताया, “गद्दाफी की पिच आज रात बारिश के बाद थोड़ी नमी रखती थी, जिससे स्पिनर के लिए ग्रिप आसान हो गया। लेकिन केवल पिच ही नहीं, संधू की रणनीति और बाउंस का उपयोग भी सराहनीय है। यह 2025 की महिला ODI में सबसे तेज़ 6‑विकेट haul है।”
सीज़न पर असर और आगे की राह
साउथ अफ्रीका ने 2-0 की बढ़त के साथ सीज़न जीत ली, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह मैच एक ‘सम्पूर्ण संतुलन’ का बिंदु बन गया। टीम ने अब आत्मविश्वास हासिल कर लिया है और अगले महीने आयोजित होने वाले ‘इंटरनैशनल टूर’ के लिए तैयार है, जहाँ वे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट स्वरूप में खेलेंगी।
संघर्ष के बाद, पाकिस्तान टीम ने अपने गेंदबाजी क्रम में नई ऊर्जा देखी। नश्रा संधू का प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए एक मानक स्थापित करता है – हर ओवर में दबाव बनाकर विरोधी टीम को घुटन में लाना। यदि यह रूपांतरण लगातार रहता है, तो हम आगे के मैचों में पाकिस्तान की जीत की सम्भावनाएँ बहुत बढ़ जाएँगी।

आगामी मैच और संभावित परिदृश्य
- अगले महीने में पाकिस्तान महिलाओं की इंग्लैंड के खिलाफ T20 श्रृंखला – इस बार पिच आधी तेज़, इसलिए बॉलर को बदलते समय अधिक सावधानी बरतनी पड़ेगी।
- साउथ अफ्रीका के साथ आगामी टुर्नामेंट: यदि दो टीमें फिर से मिलेंगी, तो संधू की रूपरेखा (फ़्लाइट, डिफ़ेक्टेड बॉल) पर नई रणनीति बनानी पड़ेगी।
- पाकिस्तान की घरेलू लीग में नई स्पिनरों के चयन के लिए यह प्रदर्शन एक बड़ा बेंचमार्क बन सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
नश्रा संधू का यह प्रदर्शन पाकिस्तान के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
6/26 की इस अद्भुत पिची ने पाकिस्तान को एक नई ऊर्जा दी। पहले दो मैचों में हार के बाद टीम को शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से उछाल पाने की जरूरत थी, और संधू ने इसे अपने स्पिन से पूरा किया। इससे युवा गेंदबाजों को भी आत्मविश्वास मिला है और टीम की रणनीति में स्पिन को प्राथमिकता मिलेगी।
साउथ अफ्रीका को 115 रन पर ऑलआउट होने का कारण क्या था?
पहली बात तो पिच की नमी थी, जो स्पिनर को फायदा देती है। दूसरा, संधू की बॉल में फ्लाइट, डिफ़ेक्ट और तेज़ बाउंस ने बल्लेबाजों को झकझोर दिया। साथ ही शुरुआती झटके के बाद मध्य क्रम में गठित साझेदारी भी नहीं बन पाई, जिससे स्कोर जल्दी नीचे गिर गया।
क्या यह प्रदर्शन नश्रा के करियर का सबसे बड़ा है?
हाँ, अब तक उनका बेहतरीन आंकड़ा 5/34 था, लेकिन 6/26 ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये। पहले ही साल में उन्होंने 2/45 और 3/28 किया था, पर यह 6‑विकेट के साथ सबसे प्रभावशाली रहा।
अगले महीने पाकिस्तान की किन टीमों के खिलाफ योजना है?
पाकिस्तान महिला टीम इस साल के अंत में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक द्विपक्षीय T20 श्रृंखला और वैटर्ले कुपर में एक टेस्ट मैच खेलने वाली है। इन मैचों में बॉलर की भूमिका और भी अहम होगी।
गद्दाफी स्टेडियम में इस मैच का माहौल कैसा था?
स्टेडियम में लगभग 22,000 दर्शक मौजूद थे। भारतीय और क़वासी फैन दोनों ही बड़े उत्साह के साथ उपस्थित थे। मंच पर तेज़ संगीत और चियरिंग से पूरा माहौल रचनात्मक बना रहा, जिससे खिलाड़ियों को अतिरिक्त ऊर्जा मिली।
वाह! नश्रा संधू ने तो बॉलिंग में जादू कर दिया। 6 विकेट सिर्फ 9 ओवर में लेना लीजेंडरी है। टीम को नई ऊर्जा मिली है।