बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति ने 8 अगस्त 2024 को एक और बड़ा हादसा जन्म दे दिया, जब प्रसिद्ध बांग्लादेशी अभिनेता शांत खान की बेरहमी से हत्या कर दी गई। शांत खान, जिन्होंने देश के संस्थापक पिता शेख मुजीबुर रहमान का किरदार निभाया था, को ढाका में एक भीड़ ने मार डाला।
55 वर्षीय शांत खान बांग्लादेशी सिनेमा के एक प्रतिष्ठित अभिनेता थे। उन्होंने कई फिल्मों और नाटकों में शेख मुजीबुर रहमान की संघर्षमयी जीवन कहानी को प्रकट किया था। इस संदेशवाहक की हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
हिंसा की इस घटना ने बांग्लादेशी समाज और फिल्म जगत में शोक और रोष की एक लहर दौड़ा दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना उस वक्त घटी जब शांत खान फिल्म सेट से अपने घर लौट रहे थे और भीड़ ने उन पर अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने कथित तौर पर उन्हें सरकार-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया, हालाँकि इस दावे की कोई वास्तविक पुष्टि नहीं हो सकी है।
समाज और फिल्म जगत में शोक और रोष
शांत खान की हत्या ने बांग्लादेशी समाज और फिल्म जगत में गहरा दुख और आक्रोश फैलाया है। लोग सड़कों पर उतरकर सरकार से इस मामले की न्यायिक जाँच की मांग कर रहे हैं।
शांत खान के सहकर्मी और फैंस उनकी याद में सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। कई प्रमुख फिल्म निर्माताओं और कलाकारों ने कहा कि शांत खान की मृत्यु ने बांग्लादेशी फिल्म उद्योग को एक बड़ा झटका दिया है।
राजनीतिक माहौल की गंभीरता
बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ्तों से राजनीतिक तनाव का माहौल है, जो व्यापक प्रदर्शनों और हिंसा का कारण बना हुआ है। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बीच कई देशों ने बांग्लादेशी सरकार की आलोचना की है। शांत खान की हत्या ने इस अस्थिरता को और बढ़ा दिया है।
मानवाधिकार संगठनों ने इस हिंसा की कड़ी निंदा की है और शांत खान की मृत्यु की तात्कालिक जाँच की मांग की है। इन संगठनों का कहना है कि बांग्लादेश में असहमति की आवाजें अक्सर गंभीर परिणामों का सामना करती हैं।
सरकार का रूख
हालाँकि, बांग्लादेशी सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले को गहराई से देखेगी, परन्तु विपक्ष का मानना है कि सरकार द्वारा वास्तव में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाएगा। वे इस बात को लेकर संदेह में हैं कि शांत खान की हत्या जैसी घटनाओं पर ध्यान देने के लिए सरकार कोई सख्त कदम उठाएगी।
शांत खान का बांग्लादेशी सिनेमा के साथ जुड़ा गहरा और मूल्यवान योगदान इस दुखद घटना को और भी गंभीर बना देता है। उनके निधन से उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा खालीपन आ गया है।
आगे आने वाले दिनों में बांग्लादेश की स्थिति क्या रुख लेगी, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन वर्तमान घटना ने देश में अस्थिरता और भय का माहौल जरूर पैदा कर दिया है।