एचआईवि (HIV) क्या है? – पूरी जानकारी

अगर आपने अभी तक एचआईवि के बारे में नहीं सुना, तो परेशान मत हों। ये एक ऐसा वायरस है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर सामान्य बिमारियों से लड़ने की क्षमता खो देता है।

एचआईवि के लक्षण

शुरुआती दौर में अक्सर कोई खास लक्षण नहीं दिखते, इसलिए लोग अनजाने में ही फैलाते हैं। कुछ हफ़्तों बाद बुख़ार, थकान, गले में खराश या नोड्यूल्स (ग्लैंड) सूज़ सकते हैं। ये सब आम सर्दी‑जुकाम की तरह लगते हैं, इसलिए अक्सर चूक जाते हैं। अगर आप लगातार ऐसे लक्षण महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर से टेस्ट करवाना बेहतर रहेगा।

रोकथाम और इलाज

एचआईवि को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन सही दवाओं से इसे नियंत्रित रखा जा सकता है। सबसे पहली बात है सुरक्षा: कंडोम का सही इस्तेमाल और दूधार रक्त या सुईयों से बचाव। अगर आप जोखिम में हैं तो प्री‑एक्सपोज़र प्रोफ़िलैक्सिस (PrEP) ले सकते हैं, जिससे संक्रमण की संभावना बहुत कम हो जाती है।

अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो एंटीरेट्रोवायरल थेरपी (ART) शुरू कराते हैं। ये दवाएँ वायरस को इतना दबा देती हैं कि शरीर फिर से सामान्य रूप से काम करता है और आप दूसरों में इसे नहीं फैला सकते। इलाज नियमित लेना जरूरी है, बीच में रोकना या डोज़ बदलना बीमारी को वापस बढ़ा सकता है।

भारत में कई सरकारी अस्पताल और NGOs मुफ्त में एचआईवि टेस्ट और दवा प्रदान करते हैं। अगर खर्च की चिंता है तो नजदीकी आरोग्य केंद्र से जानकारी ले सकते हैं। याद रखें, समय पर इलाज लेने से जीवन पूरी तरह सामान्य रह सकता है।

समाचारों में अक्सर बड़े स्कैंडल या सेंसैशन दिखते हैं, लेकिन असली बात ये है कि एचआईवि के बारे में सही जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहें कभी‑कभी डर पैदा करती हैं; इसलिए भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी लेना चाहिए।

यदि आप या आपके कोई जानने वाले इस वायरस से प्रभावित हैं, तो खुद को अलग‑थलग न रखें। कई सपोर्ट ग्रुप और काउंसलिंग सेंटर मौजूद हैं जहाँ आप अपनी कहानी साझा कर सकते हैं और मदद पा सकते हैं। एक साथ मिलकर हम एचआईवि के बारे में सोच बदल सकते हैं।

अंत में, अगर आप जोखिम वाले व्यवहार से बचते हैं, नियमित जांच करवाते हैं और दवा का सही इस्तेमाल करते हैं तो एचआईवि आपके जीवन को नहीं रोकता। यह सिर्फ एक रोग है, जिसे समझदारी और विज्ञान के साथ काबू किया जा सकता है।

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