जब बात एमडीएच, भारतीय मसालों का सबसे प्रसिद्ध ब्रांड है, जो 1959 से सब्ज़ी, दाल, स्ट्यू और स्नैक्स में स्वाद भरता आ रहा है की आती है, तो हर घर की रसोई में इसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। अलग‑अलग मिश्रण, तेज़ तेली खुशबू और एक ही पैकेज में पूरे भारत के स्वाद को समेटे हुए, एमडीएच ने मसाला बाजार को एक नई पहचान दी। यही कारण है कि लोग इस ब्रांड को अक्सर "स्वाद का भरोसा" कहते हैं।
एमडीएच सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि मसाला, विभिन्न जड़ी‑बूटी‑पाउडर का मिश्रण जो खाने को तीखा, मीठा, ख़ुशबूदार या हल्का बनाता है का संग्रह है। इस संग्रह में राई, धानिया, जीरा, हल्दी और कई अनोखे मिश्रण जैसे गरम मसाला, चाट मसाला, जीरा पाउडर शामिल हैं। इनका सही उपयोग हर रेसिपी, वो योजना या चरण‑बद्ध निर्देश जिससे आप व्यंजन को तैयार करते हैं को नया रंग देता है। उदाहरण के तौर पर, टमाटर प्यूरी में गरम मसाला डालने से न सिर्फ स्वाद बढ़ता है, बल्कि डिश की सुगंध भी नाज़ुक बनती है। वहीँ दाल में जीरा‑धनिया पाउडर डालने से पोषण में इज़ाफ़ा और पाचन में मदद मिलती है। इस तरह एमडीएच का हर पाउडर रेसिपी के साथ जुड़कर ख़ास बनावट लाता है।
जब हम भारतीय रसोई की बात करते हैं, तो भारतीय रसोई, विभिन्न भारतीय क्षेत्रों की परम्परागत खाना बनाने की शैली और तकनीकें एक बड़ी परिप्रेक्ष्य देती है। यहाँ मसालों की भूमिका केवल स्वाद में नहीं, बल्कि स्वास्थ्य में भी अहम होती है। एमडीएच जैसे भरोसेमंद मसाला ब्रांड का उपयोग करके लोग अपनी डिश में एंटी‑ऑक्सिडेंट, एंटी‑इन्फ्लेमेटरी तत्व जोड़ते हैं। उदाहरण के लिए, हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन घटाता है, जबकि जीरा पाचन को बेहतर बनाता है। इसलिए, एमडीएच का हर कौर सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि पोषण का एक छोटा स्रोत भी बन जाता है।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, इस पेज पर आपको एमडीएच से जुड़ी विविध खबरें, रेसिपी आइडियाज़, मसाला उपयोग के टिप्स और भारतीय रसोई में इसका असर जैसी जानकारी मिलेगी। चाहे आप घर में रोज़ की रसोई बना रहे हों या कोई विशेष त्योहार के लिए नया व्यंजन तैयार करना चाह रहे हों, यहाँ के लेख आपको सटीक दिशा‑निर्देश देंगे। आगे आने वाली पोस्ट्स में आप देखेंगे कि कैसे एमडीएच के विभिन्न स्पाइस को सही मात्रा में मिलाकर आप अपने खाने को प्रोफेशनल लेवल पर ले जा सकते हैं, और किन स्थितियों में मसालों का चयन आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद रहेगा। तो चलिए, इस सफ़र की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि एमडीएच कैसे बनाता है हर डिश को यादगार।
भारत सरकार ने हांगकांग- सिंगापुर में भारतीय मसालों पर पूर्ण प्रतिबंध का खंडन किया, बताया कि केवल कुछ एमडीएच‑एवरेस्ट बैचों में एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा अधिक थी, अब व्यापक प्री‑शिपमेंट टेस्टिंग लागू।