हिंदी हमारी मातृभाषा है, और यही कारण है कि हम चाहते हैं हर ख़बर आपके लिये सरल शब्दों में हो। रॉयलख़बरें का मातृभाषा टैग वही जगह है जहाँ आप मौसम से लेकर खेल‑ताक तक सब कुछ एक ही भाषा में पढ़ सकते हैं। इस पेज पर आपको रोज़ नई लेख, अपडेटेड रिपोर्ट और विस्तृत विश्लेषण मिलेंगे – वो भी बिना जटिल शब्दों के।
जब आप इस टैग को खोलते हैं तो सबसे पहले दिखती है एक साफ‑सुथरी सूची, जिसमें हर लेख का शीर्षक और छोटा सारांश होता है। इसका मतलब कि आपको कई क्लिक नहीं करने पड़ेंगे – बस पढ़िए, समझिए और शेयर कीजिए। हमारे लेखक स्थानीय भाषा में रिपोर्ट लिखते हैं ताकि जानकारी सही मायने में आपके दिल तक पहुँचे। चाहे दिल्ली में हल्की बारिश हो या वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरनाक सीमा के करीब – सब कुछ आपको हिंदी में मिलता है।
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अगर आप किसी विशेष विषय को गहराई से समझना चाहते हैं तो हर पोस्ट के नीचे संबंधित लेखों का लिंक मिलता है। इससे आप एक ही टैग में कई पहलुओं पर नज़र डाल सकते हैं, बिना अलग‑अलग सर्च किए। यह सुविधा खास तौर पर छात्रों और शोधकर्ताओं को बहुत पसंद आती है क्योंकि उन्हें विश्वसनीय स्रोत जल्दी मिल जाता है।
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ज़ी टीवी के 'भाग्य लक्ष्मी' की अभिनेत्री आयशा खरे ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर अपनी मातृभाषा सिंधी के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बताया कि सिंधी भाषा ने उनकी सांस्कृतिक पहचान को गहराई से प्रभावित किया। खरे ने अपनी भाषा से जुड़े रहने का श्रेय अपने माता-पिता को दिया और मातृभाषाओं के संरक्षण पर ज़ोर दिया।