NBFC – नॉन‑बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का गहन परिचय

जब आप NBFC, नॉन‑बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी वह संस्था है जो बैंक जैसी लोन, लीज, फाइनेंसिंग और निवेश सेवाएँ देती है लेकिन रिज़र्व बैंक के बैंकर लाइसेंस की सीमा से बाहर रहती है. इसे नॉन‑बैंकिंग वित्तीय संस्था भी कहा जाता है, इसलिए यह व्यापारिक ऋण, व्यक्तिगत कर्ज, वाहन फाइनेंस, माइक्रो‑क्रेडिट व इन्शुरेंस जैसे कई क्षेत्रों में बुनियादी भूमिका निभाती है. इस टैग पेज पर आप विभिन्न NBFC‑संबंधी खबरों, नीतियों और बाजार रुझानों को एक ही जगह पा सकते हैं।

एक प्रमुख संबंधित इकाई है रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया, लेखा‑नियम, पूँजी पर्याप्तता और कस्टमर प्रोटेक्शन के लिए NBFC‑को नियामक ढांचा प्रदान करता है. RBI के नियमन का मुख्य लक्ष्य है वित्तीय स्थिरता और उपभोक्ता के अधिकारों की रक्षा। उदाहरण के तौर पर, 2017 के ‘स्मॉल फाइनेंस बैंकिंग’ निर्देश ने NBFC‑को छोटे‑वित्तीय संस्थानों (MFI) की तरह कार्य करने की नई सीमा निर्धारित की। वहीं, 2023 में ‘उधार सीमा’ नियम ने अवास्तविक लोन‑डिस्बर्समेंट को रोका, जिससे जोखिम प्रबंधन बेहतर हुआ। NBFC‑की सफलता अक्सर उसके क्रेडिट स्कोर, उधारकर्ता की भुगतान क्षमता को परखने वाला संख्यात्मक मान. यह स्कोर लेंडर को डिफ़ॉल्ट जोखिम कम करने में मदद करता है और ब्याज दर तय करने का आधार बनता है। इसलिए, कई NBFC‑अब अपने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर रीयल‑टाइम स्कोरिंग अपनाए हैं, जिससे प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी बनी।

NBFC के प्रमुख कार्य‑क्षेत्र और उनका आर्थिक प्रभाव

NBFC‑की मुख्य सेवाओं में व्यापारिक लोन, उपभोक्ता फ़ाइनेंस, लीजिंग, फॅक्टोरिंग और एसेट‑बेस्ड लेंडिंग शामिल हैं। इन सेवाओं की वजह से छोटे‑और‑मध्यम उद्यम (SME) को तेज़ पूँजी मिलती है, जिससे रोजगार और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। साथ ही, रेज़िडेंशियल फाइनेंस से मध्यम वर्ग को घर‑खरीद में मदद मिलती है, जिससे रियल एस्टेट मार्केट स्थिर रहता है। विभिन्न समाचारों में दिखता है कि 2025 में NBFC‑का कुल ऋण पोर्टफोलियो 12 ट्रिलियन रुपये को पार कर रहा है, जो बैंक‑सेक्टर की तुलना में 30 % अधिक गति से बढ़ा है।

एक और महत्वपूर्ण पहलू है डिजिटल इनोवेशन। कई NBFC‑ने AI‑आधारित कस्टमर ऑनबोर्डिंग, ब्लॉकचेन‑आधारित लेन‑देन ट्रेसिंग और मोबाइल‑पहले ऐप्स लॉन्च किए हैं। इन तकनीकों से कस्टमर एक्सपीरियंस सुधरता है, फॉर्म‑फिलिंग की झंझट घटती है और डिफ़ॉल्ट दर कम होती है। यही कारण है कि नई फिनटेक‑स्टार्ट‑अप्स अक्सर NBFC‑के साथ पार्टनरशिप करके अपने प्रोडक्ट को स्केल करती हैं।

आप नीचे कई लेख देखेंगे: RBI‑के नवीनतम नियम, प्रमुख NBFC‑के वित्तीय परिणाम, क्रेडिट‑स्कोरिंग में बदलाव और डिजिटल लेंडिंग के ट्रेंड। चाहे आप उद्यमी हों, निवेशक या सामान्य पाठक, यह टैग पेज आपको NBFC‑से जुड़ी हर जरूरी जानकारी एक जगह देगा। अब आगे बढ़ें और सबसे ताज़ा अपडेट्स पढ़ें।

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