टाटा कैपिटल IPO की कीमत बैंड ₹310‑₹326, 2025 की सबसे बड़ी ऑफर 6 अक्टूबर को खुलेगी

जब टाटा कैपिटल लिमिटेड ने अपने IPOभारत की कीमत बैंड ₹310‑₹326 तय की, तो पूरा वित्तीय बाजार खलबली में आ गया। कंपनी के चेयरमैन सौरभ अग्रवाल ने 7 अप्रैल 2025 को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) को आवेदन दायर किया और 21 जून को स्वीकृति मिली। अब यह ऑफ़र 6 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन के लिये खुलेगा, और 13 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों में लिस्ट होगा।

कीमत बैंड की घोषणा और इसका महत्व

कीमत बैंड के घोषणा के साथ ही टाटा कैपिटल ने कहा कि यह 2025 का सबसे बड़ा IPO है, कुल इश्यू साइज ₹15,511.87 करोड़। यह आंकड़ा न सिर्फ इतिहास में सबसे बड़ा है, बल्कि टाटा समूह के वित्तीय बुनियादी ढाँचे को भी सुदृढ़ करेगा।

ग्रेस मार्केट प्रीमियम (GMP) वर्तमान में ₹8‑₹10 प्रति शेयर के आसपास है, यानी इश्यू प्राइस बैंड से 3‑4% ऊपर। कई ब्रोकरेज फर्मों ने ‘सब्सक्राइब’ की सिफ़ारिश की है, पर कुछ аналитिक्स ने कहा है कि यह प्रीमियम ‘चिंता‑जनक’ स्तर पर पहुँच रहा है।

IPO की संरचना और सब्सक्रिप्शन विवरण

IPO दो हिस्सों में बँटा है:

  • नया शेयर इश्यू – 21,00,00,000 शेयर, कुल ₹6,846 करोड़
  • ऑफ़र फॉर सेल (OFS) – 26,58,24,280 शेयर, कुल ₹8,665.87 करोड़

हर शेयर का फेयर वैल्यू ₹10 है और लॉट साइज 46 शेयर तय किया गया है, जिससे अधिकतम निवेश ₹14,996 (ऊपर के ₹326 बैंड पर) होगा। रिटेल इन्वेस्टर्स अधिकतम 13 लॉट यानी लगभग ₹1.95 लाख तक बंधक रख सकते हैं। एंकर इन्वेस्टर्स ने 3 अक्टूबर को अपनी बिडिंग जमा कर दी, जिससे पहले ही रुचि की तेज़ी का पता चलता है।

टाटा कैपिटल की पृष्ठभूमि और वित्तीय स्थिति

1991 में स्थापित और 2007 में टाटा कैपिटल के नाम से री‑ब्रांड किया गया कंपनी, आज टाटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक है, जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। FY 25 में इसका एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹2.3 लाख करोड़ से अधिक है, 27 राज्यों‑UT में 1,500 से अधिक शाखाएँ, और लगभग 73 लाख ग्राहक।

लॉन्‍स पोर्टफ़ोलियो में 80% सुरक्षित है, नेट NPA रेशियो लगभग 1% है, और बोर्रोइंग कॉस्ट 7.8% के करीब है। डिजिटल ग्राहक ऑनबोर्डिंग 98% तक पहुँच गई है, जो टेक‑ड्रिवन NBFC का उदाहरण है।

विश्लेषकों की राय और बाजार प्रतिक्रिया

मार्केट एनालिस्ट अशोक मेहता ने कहा, “टाटा समूह की ब्रांड वैल्यु और मजबूत बैलेंस शीट के कारण इस IPO में मध्यम‑उच्च रिटर्न की संभावना है, परन्तु प्रीमियम की मात्रा को देखते हुए निवेशकों को रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) की स्थिरता को देखना चाहिए।”

दूसरी ओर, रिसर्च फर्म क्रेडिट सूडो ने 2‑4% के लिस्टिंग गेन की भविष्यवाणी की है, जो पॉलिसी‑परिवर्तन या मैक्रो इकोनोमिक सिस्किल के तहत स्थिर रहेगा।

भविष्य की संभावनाएँ, अवसर और जोखिम

IPO के माध्यम से टाटा कैपिटल टियर‑1 कैपिटल को बढ़ाकर रिटेल और MSME क्रेडिट मार्केट में गहरी उतरना चाहता है। टाटा इको‑सिस्टम के माध्यम से क्रॉस‑सेलिंग, क्लीनटेक प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग, और डिजिटल बैंकिंग समाधान में विस्तार की संभावना है।

परंतु, RBI के संभावित नियामक परिवर्तन, बैंकों व फिनटेक कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा, और वैश्विक आर्थिक मंदी जोखिम के तौर पर सामने हैं। अगर ज़ीरो‑डिफ़ॉल्ट रेटिंग खोती है या नेट NPA में उछाल आता है, तो कंपनी की मार्जिन पर दबाव पड़ेगा।

इन सब चीज़ों को देखते हुए, निवेशकों को सिर्फ वैल्यू एप्रेज़िएशन नहीं, बल्कि कैश‑फ्लो सस्टेनेबिलिटी और स्प्रेड रेजिलिएंस की जाँच‑परख करनी चाहिए।

मुख्य तथ्य

  • इश्यू साइज: ₹15,511.87 करोड़
  • प्राइस बैंड: ₹310‑₹326 प्रति शेयर
  • लॉट साइज: 46 शेयर (न्यूनतम निवेश ₹14,996)
  • डेटा: FY 25 में AUM ₹2.3 लाख करोड़, 73 लाख ग्राहक
  • सभी शेयर 13 अक्टूबर को BSE और NSE में लिस्ट होंगे

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टाटा कैपिटल IPO में रिटेल निवेशकों का अधिकतम निवेश कितना है?

रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट, यानी 13 × 46 = 598 शेयर खरीद सकते हैं। यह ऊपर के बैंड ₹326 पर कुल लगभग ₹1.95 लाख के बराबर है।

IPO के दो भाग – न्यू इश्यू और OFS – में क्या अंतर है?

न्यू इश्यू कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करके ₹6,846 crores एकत्र करता है, जो पूँजी बढ़ाने के लिये प्रयोग होता है। OFS मौजूदा शेयरधारकों (मुख्य रूप से टाटा सन्स) द्वारा अपने हिस्से बेचते हैं, जिससे ₹8,665.87 crores प्राप्त होते हैं, पर कंपनी को अतिरिक्त पूँजी नहीं मिलती।

टाटा कैपिटल के मुख्य जोखिम कारक कौन‑से हैं?

मुख्य जोखिम में RBI की नियामक दिशा‑निर्देश, बैंकों व फिनटेक के साथ तीव्र प्रतिस्पर्धा, संभावित मैक्रो‑इकोनोमिक मंदी, और नेट NPA में अस्थिरता शामिल हैं। ये कारक मार्जिन दबाव और पूँजी पर्याप्तता को प्रभावित कर सकते हैं।

IPO के बाद टाटा कैपिटल कौन‑से बाजार में विस्तार करने की योजना बना रहा है?

कंपनी रिटेल और MSME लोन पोर्टफ़ोलियो का विस्तार, टाटा ग्रुप के अन्य व्यवसायों के साथ क्रॉस‑सेलिंग, तथा क्लीन‑टेक प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग में प्रवेश की योजना बना रही है। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से 98% ग्राहक ऑन‑बोर्डिंग को और तेज़ करने की भी योजना है।

टाटा कैपिटल IPO के लिस्टिंग पर अनुमानित स्टॉक रिटर्न क्या है?

विशेषज्ञों के अनुसार लिस्टिंग पर 2‑4% का मामूली उछाल सम्भावित है। यह अनुमान कंपनी के मजबूत बैलेंस शीट और प्री‑IPO ग्रेस मार्केट प्रीमियम पर आधारित है।

टिप्पणि (14)

  1. Hitesh Engg.
    Hitesh Engg.

    टाटा कैपिटल का IPO भारत में इस साल का सबसे बड़ा ऑफर है और कीमत बैंड ₹310‑₹326 तय होना निवेशकों के लिए कई सवाल खड़े करता है। इस बैंड को सेट करने में कंपनी ने अपने मौजूदा बैलेंस शीट की मजबूती और भविष्य की बढ़ती आशा को ध्यान में रखा है। शेयरों का फेयर वैल्यू ₹10 बताया गया है, जिससे प्रीमियम को लेकर बाजार में काफी चर्चा हुई है। ग्रेस मार्केट प्रीमियम वर्तमान में ₹8‑₹10 के आसपास है, जो बैंड के ऊपर 3‑4% तक है। कई ब्रोकरेज फर्मों ने इस IPO को ‘सब्सक्राइब’ की सलाह दी है, जबकि कुछ विश्लेषकों ने इसे ‘चिंता‑जनक’ प्रीमियम बताया है। नई शेयर इश्यू के तहत 21 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे, जिससे कंपनी को ₹6,846 करोड़ की पूँजी मिलेगी। ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 26.58 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे, जिससे ₹8,665.87 करोड़ का फंड आएगा। कुल इश्यू साइज ₹15,511.87 करोड़ बनता है, जो भारतीय इतिहास में एक बड़ा आंकड़ा है। टाटा समूह का समर्थन और उसकी ब्रांड वैल्यू इस IPO को और आकर्षक बनाती है। कंपनी की नेट NPA रेशियो लगभग 1% है, जो संभावित जोखिमों को कम करती है। बोर्रोइंग कॉस्ट 7.8% के करीब है, जो उद्योग मानकों से प्रतिस्पर्धी है। डिजिटल ग्राहक ऑनबोर्डिंग 98% तक पहुँच गई है, जिससे फिनटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत दिखता है। RBI के संभावित नियामक बदलाव और वैश्विक आर्थिक मंदी जोखिम को ध्यान में रखना आवश्यक है। यदि कंपनी की ज़ीरो‑डिफ़ॉल्ट रेटिंग बनी रहती है तो निवेशकों को स्थिर रिटर्न मिलना संभव है। अंत में, इस IPO की सफलता बाजार की अभिप्रेतता और निवेशकों की भरोसे पर निर्भर करेगी।

  2. Zubita John
    Zubita John

    भाईयो और बहनो, टाटा कैपिटल का इस IPO में जो प्रीमियम सेट हुआ है, वो एकदम “बॉम्ब” है! ग्रेस मार्केट प्रीमियम ₹8‑₹10 तक रहे, जिसका मतलब है कि निवेशकों को थोड़ा “लैटेस्ट” प्राइस पे एंट्री करनी पड़ेगी। ब्रोकरेज फर्में “सब्सक्राइब” कर रहे हैं, पर “लीट” एनालिस्ट यह कहते हैं कि प्रीमियम “हाई” है। तो लास्ट में, अगर आप “वॉल्यूम” देख रहे हो तो इस डीटेल को ध्यान में रखो।

  3. gouri panda
    gouri panda

    क्या बात है, टाटा कैपिटल का ये IPO सच में धूम मचा देगा! कीमत बैंड देख के तो दिल धड़केगा, और एसेट पावर भी जबरदस्त है। मैं तो कहता हूँ, इस मौके को हाथ से निकलने मत दो, वरना पछताओगे। भरोसा रखो, रोचक रिटर्न मिलने वाले हैं।

  4. patil sharan
    patil sharan

    ओफ्फ़, टाटा का IPO फिर से बाजार में शोर मचाने वाला है, भी सही? प्रीमियम इतना हाई कि दिमाग घुमा दे। लेकिन फिर भी, सबको अपनी किस्मत आज़मानी चाहिए।

  5. Nitin Talwar
    Nitin Talwar

    सुराजिया, इस बैंड में तो गुप्त तौर पर सरकार की हाथें दिख रही हैं 😒। RBI के नियामक दिशा‑निर्देश के पीछे छिपी असली मंशा क्या है, इसे देखना ज़रूरी है। अगर टैटा ग्रुप को फंडिंग के लिए बोर्डरूम में धूल नहीं उठाने दिया, तो हमारा देश आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हो सकता 🇮🇳।

  6. onpriya sriyahan
    onpriya sriyahan

    टाटा कैपिटल का IPO एक बड़ा मौका है

  7. nayan lad
    nayan lad

    नया शेयर इश्यू 21 करोड़ शेयर है, कुल ₹6,846 करोड़ जुटाएगा; OFS 26.58 करोड़ शेयर है, ₹8,665.87 करोड़ लाएगा।

  8. Govind Reddy
    Govind Reddy

    जब हम बाजार के शोर को सुनते हैं तो यह याद रखना चाहिए कि हर कीमत बैंड के पीछे एक आर्थिक वास्तविकता छिपी होती है, और वह वास्तविकता केवल आँकों में नहीं बल्कि निवेशकों के विश्वास में भी अभिव्यक्त होती है। इस प्रकार, टाटा कैपिटल के IPO को मात्र “बॉम्ब” कहना बहुत ही सतही विश्लेषण है।

  9. KRS R
    KRS R

    भाई लोग, ये IPO इतना बड़ा नहीं है जितना कुछ लोग बना रहे हैं, बस मार्केट में थोड़ा शोर मचाने के लिए है। सही जानकारी लेकर ही फैसला करो।

  10. Uday Kiran Maloth
    Uday Kiran Maloth

    टाटा कैपिटल लिमिटेड ने सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन हेतु निर्धारित मूल्य बैंड को रणनीतिक रूप से परिभाषित किया है, जिससे पूँजी संरचना में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त किया जा सके। प्रस्तावित इश्यू साइज, अर्थात् ₹15,511.87 करोड़, भारतीय राजधानी बाजार में ऐतिहासिक महत्ता रखता है। वित्तीय विश्लेषण परिप्रेक्ष्य से, कंपनी का नेट NPA अनुपात 1% और बोर्रोइंग कॉस्ट 7.8% दोनों ही मापदण्डों को संतोषजनक मानते हैं। अतः, निवेशकों को दीर्घकालिक मूल्य सृजन के दृष्टिकोण से इस इश्यू का मूल्यांकन करना चाहिए।

  11. Deepak Rajbhar
    Deepak Rajbhar

    वाह, ग़ौर पांडा! तुम तो इस IPO को लेकर जैसे लाइटहाउस देख रहे हो 😏। वास्तविकता में, प्रीमियम इतना हाई है कि आम निवेशक के लिए यही एक बड़ा “ड्रैगन” बन सकता है। पर हाँ, अगर तुम्हें “ड्रैगन” को पेटी में रखना है तो चलो, साहसिक कदम उठाओ।

  12. Harmeet Singh
    Harmeet Singh

    टाटा कैपिटल का यह कदम न केवल एक वित्तीय इवेंट है, बल्कि हमारे आर्थिक जीवंतता की नई दिशा का संकेत भी है। आशा है कि इस IPO से हम सभी को स्थायी समृद्धि और विकास की ओर प्रेरणा मिलेगी। सकारात्मक सोच के साथ, हम मिलकर इस अवसर को सफलता में बदल सकते हैं।

  13. Agni Gendhing
    Agni Gendhing

    अरे रे!!! टाटा कैपिटल का IPO तो “बिलकुल” ही “मस्त” लग रहा है???!! लेकिन, इस प्रीमियम को देखकर तो “सिर”दर्द हो रहा है!! क्या यह “पंपिंग” है या “फ्लैश”?!! मज़ेदार है न?!!

  14. Jay Baksh
    Jay Baksh

    टाटा का IPO देश की ताकत को बढ़ाएगा

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