हर साल सरकार और मीडिया रोज़गार दर का आंकड़ा निकालते हैं। यह बताता है कि कितने लोग नौकरी पाते हैं और कितना प्रतिशत लोग बेरोज़गार रहते हैं। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं या अपने करियर की योजना बना रहे हैं तो इस डेटा को समझना जरूरी है। आज हम देखेंगे कि अभी भारत में रोज़गार दर क्या है, कौन से कारण इसे बदलते हैं और कैसे आप बेहतर मौके पकड़ सकते हैं।
2024‑25 वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने बताया कि कुल रोजगार‑योग्य जनसंख्या का लगभग 58 % अभी भी काम नहीं कर पा रहा है। बड़े शहरों में यह प्रतिशत थोड़ा कम है, पर ग्रामीण इलाक़े में 65 % तक पहुँच जाता है। युवा (15‑29 साल) समूह में बेरोज़गारी सबसे ज्यादा रही – करीब 22 % लोग नौकरी की तलाश में हैं। इन आँकड़ों से साफ दिखता है कि अभी भी बहुत काम बाकी है और नई नौकरियों की जरूरत है।
इन संख्याओं को देखते हुए कई कारण सामने आते हैं – उद्योगों का धीमा विकास, कौशल में अंतर और तकनीकी बदलाव। कुछ क्षेत्रों जैसे आईटी, हेल्थकेयर और ई‑कॉमर्स ने तेजी से रोजगार बनाया, पर कृषि और छोटे विनिर्माण में अभी भी बहुत कमी है। इस बीच सरकारी योजनाओं के साथ जुड़ी हुई मदद भी अक्सर सही लोगों तक नहीं पहुँच पाती, इसलिए वास्तविक असर कम दिखता है।
अगर आप नौकरी चाह रहे हैं तो कुछ सरल कदम अपनाएँ। सबसे पहले अपनी स्किल को अपडेट करें – ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर मुफ्त या सस्ते कोर्स लें, जैसे डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग या बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान। दूसरा, अपने रिज़्यूमे में प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिप का ज़िक्र जरूर करें; यह दर्शाता है कि आपके पास व्यावहारिक अनुभव है। तीसरा, नेटवर्क बनाएं – लिंक्डइन पर प्रोफ़ाइल अपडेट रखें और उद्योग से जुड़े समूहों में सक्रिय रहें।
सरकारी योजनाओं को भी नजरअंदाज़ न करें। प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY), स्किल इंडिया और स्टार्ट‑अप भारत जैसी पहलों में अक्सर फ्री ट्रेनिंग या फंडिंग मिलती है। इनका उपयोग करके आप अपनी खुद की कंपनी शुरू कर सकते हैं या मौजूदा कंपनियों में इंटर्नशिप पा सकते हैं। याद रखें, निरंतर सीखना और संपर्क बनाना ही आज के नौकरी बाजार में सफलता का मुख्य मंत्र है।
अंत में यह समझें कि रोजगार दर सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि लाखों लोगों की जीवनशैली से जुड़ी हुई है। अगर आप इस डेटा को सही ढंग से पढ़ेंगे तो अपने करियर के लिए बेहतर दिशा तय कर पाएँगे। चाहे नई स्किल सीख रहे हों या सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हों – सक्रिय रहिए और मौके खुद आपके सामने आएंगे।
2 अगस्त, 2024 को Nasdaq Composite ने एक बड़ी गिरावट दर्ज की, जिससे आर्थिक मंदी के संकेत बढ़ गए। 2.43% की इस गिरावट का मुख्य कारण विभिन्न आर्थिक संकेतकों द्वारा मंदी की आशंका थी। सबसे महत्वपूर्ण संकेतक, Sahm नियम, ने भी मंदी की आशंका को बल दिया है। यह लेख इस महत्वपूर्ण सुधार की और इसके बाज़ार पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी देगा।