योग के फायदें – सरल भाषा में समझें

अगर आप थकान, दर्द या मानसिक उलझन से जूझ रहे हैं तो योग एक आसान समाधान हो सकता है। रोज़ 15‑20 मिनट की साधारण स्ट्रेचिंग और सांस का अभ्यास आपके शरीर को ऊर्जा देता है और दिमाग को साफ करता है। यहाँ हम बात करेंगे कि कैसे यह प्राचीन कला आज के तेज़ जीवन में फिट बैठती है।

शारीरिक लाभ

योग की हर पोज़ मांसपेशियों को धीरे‑धीरे खींचती है, जिससे लचीलापन बढ़ता है और जोड़ों पर दबाव कम होता है। नियमित रूप से ताड़ासन या त्रिकोणासन करने से पीठ दर्द घटता है और पेट की मसल्स टोन होती हैं। यह सिर्फ फिटनेस नहीं, बल्कि रीढ़ की हड्डी को सही एलाइनमेंट में रखता है जिससे आगे चलकर कोई बड़ी चोट का जोखिम कम होता है।

दूसरा बड़ा फायदा वजन नियंत्रण है। सूर्य नमस्कार जैसे फ्लो में कई मसल्स एक साथ काम करती हैं, जिससे कैलोरी जलती है और मेटाबोलिज्म तेज़ हो जाता है। अगर आप रोज़ाना सुबह के समय 5‑7 बार सूर्य नमस्कार करते हैं तो आधे महीने में ही पेट की चर्बी घटनी शुरू होती है, बशर्ते खानपान पर भी ध्यान दें।

मानसिक एवं भावनात्मक फायदे

योग के दौरान गहरी श्वास (प्राणायाम) मस्तिष्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाती है, जिससे तनाव हार्मोन कम होते हैं। बस 5 मिनट का ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ जैसे अनुलोम-विलोम या नाड़ी शोधन से नींद में सुधार और ध्यान क्षमता बढ़ती है। कई लोग बताते हैं कि काम के दबाव में भी अब वे शांत रह पाते हैं।

संतुलित मन शरीर को स्वस्थ रखता है, इसलिए योग अक्सर डिप्रेशन या एंग्जायटी वाले लोगों की पहली पसंद बनता है। नियमित अभ्यास से सेरोटोनिन स्तर स्थिर रहता है, जिससे मूड बेहतर होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। छोटे‑छोटे ध्यान सत्रों को दिन में दो बार करना ही काफी असर देता है।

अब बात करते हैं कि आप इस सबको अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में कैसे जोड़ सकते हैं। सुबह उठते ही 5 मिनट के सूर्य नमस्कार से शुरुआत करें, फिर 10‑15 मिनट प्राणायाम और अंत में 5 मिनट का ध्यान रखें। अगर समय कम हो तो दोपहर के खाने के बाद भी कुछ स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। याद रखिए, निरंतरता ही सफलता की कुंजी है; एक दिन छोड़ने पर सब असर नहीं रहता।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10वें वर्ष की थीम: 'स्वयं और समाज के लिए योग'