क्या आप थके‑थके महसूस कर रहे हैं या पीठ दर्द से परेशान हैं? अक्सर लोग सोचते हैं कि योग सिर्फ जिम वाले लोगों के लिये है, लेकिन असल में यह हर किसी को मदद करता है। बस रोज़ 10‑15 मिनट निकालें और कुछ आसान कदम अपनाएँ, फिर फर्क खुद देखें.
सबसे पहले बताता हूँ कि योग आपके शरीर को कैसे बदलता है। नियमित अभ्यास से मसल्स की लचीलापन बढ़ती है, जिससे झटके‑लगे दर्द कम होते हैं। साथ ही रिवर्स रक्त प्रवाह बेहतर होता है, इसलिए पाचन भी सुधर जाता है। तनाव घटाने में मदद चाहिए? प्राणायाम (श्वास तकनीक) आपके दिमाग को शांत करता है और नींद की क्वालिटी बढ़ाता है. यही कारण है कि कई डॉक्टर योग को ‘प्राकृतिक दवा’ कहते हैं.
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो योग का एरोबिक हिस्सा फायदेमंद रहता है। सूर्य नमस्कार जैसे फ्लो से कैलोरी जलती है और मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है. साथ ही यह हृदय की धड़कन को नियमित रखता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है.
अब बात करते हैं उन आसान पोज़ेस की जो आप तुरंत कर सकते हैं. पहले शुरू करें ताड़ासन (पाइलट स्टैंड). पैर कंधे‑चौड़े, हाथ शरीर के साथ साइड में रखें और धीरे‑धीरे पीठ को सीधा खींचें। यह आपकी रीढ़ को स्ट्रेच करता है और साँस लेने की गहराई बढ़ाता है.
अगला है भुजंगासन (कोबरा पोज़). पेट के बल लेट कर, हाथ कंधों के नीचे रखें और धीरे‑धीरे धड़ को ऊपर उठाएँ। इससे छाती खुलती है, फेफड़े भरपूर काम करते हैं और कमर दर्द में राहत मिलती है.
अगर आप बैठकर काम करते हैं तो वज्रासन (डायमंड पोज़) बहुत मददगार है. कुर्सी पर सीधे बैठें, घुटने को 90° मोड़ें और पैर जमीन पर रखें। इस पोज़ में बॅक की मसल्स स्ट्रेच होती है, जिससे लम्बा समय बैठना आसान बनता है.
प्राणायाम के लिए नाड़ी शोधन (अल्टरनेट नासिका श्वास) अपनाएँ। बंद नाक से एक तरफ साँस लें, फिर दूसरे से छोड़ें. यह तनाव कम करता है और मन को फोकस में रखता है.
इन सभी आसनों को हर सुबह या शाम को 5‑10 मिनट तक दोहराएँ. अगर आप समय नहीं निकाल पाते तो काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक में भी कुछ साँसें गिन सकते हैं – बस नाक से धीरे‑धीरे सांस लें और छाती को खोलते हुए छोड़ें.
याद रखें, योग का असर रातोंरात नहीं दिखता. लगातार अभ्यास करने पर ही शरीर के बदलाव स्पष्ट होते हैं. अगर शुरुआत में असहज महसूस करें तो थोड़ा कम समय शुरू करें और धीरे‑धीरे बढ़ाएँ.
अंत में एक छोटा सा टिप: पानी पीने की मात्रा बढ़ाएँ, हल्का प्रोटीन वाला नाश्ता रखें और सोते समय मोबाइल से दूर रहें. ये सब चीजें योग के साथ मिलकर आपके स्वास्थ्य को पूरी तरह बदल देंगी.
तो अब देर किस बात की? अपनी रोज़मर्रा में योग स्वास्थ्य को शामिल करें और स्वस्थ जीवन का मजा लें. रॉयल खबरें पर हम हमेशा नई टिप्स लाते रहते हैं, तो जुड़े रहें!
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10वें वर्ष पर थीम 'स्वयं और समाज के लिए योग' घोषित की गई है। यह दिन 21 जून को मनाया जाता है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2014 में प्रस्तावित हुआ था। योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह समाज में स्वास्थ्य और मेलजोल को बढ़ावा देता है।