World Test Championship में सबसे ज्यादा चौके लगाने वाले बल्लेबाज: रोहित शर्मा दसवें नंबर पर

टेस्ट क्रिकेट का नया चेहरा: चौकों की बरसात

कोई मान ले या न माने, World Test Championship में चौकों की गूंज अब पहले जैसी नहीं रही। पारंपरिक टिककर खेलने की बजाय बल्लेबाज अब बाउंड्री मारने की होड़ में हैं। पिछले दो सीजन यानी 2023-2025 साइकिल में शुबमन गिल और यशस्वी जैसवाल जैसे नाम सामने आए हैं, जिनकी बल्लेबाजी पर सीधे-सीधे चौकों की छाप दिखती है।

शुबमन गिल ने एक ही पारी में 110 रन सिर्फ चौकों और छक्कों से जड़ दिए। वहीं, यशस्वी जैसवाल का रिकॉर्ड और भी कमाल का—उन्होंने एक मुक़ाबले में 161 रन बाउंड्री से जुटाए। इतनी आक्रामक बल्लेबाजी आमतौर पर वनडे या टी20 में दिखती थी, लेकिन अब ये टेस्ट क्रिकेट की नई पहचान बनती जा रही है।

ब्रिटेन के एचसी ब्रुक भी पीछे नहीं; उन्होंने एक इनिंग में 171 रन चौकों और छक्कों से बना डाले थे। ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स कैरी ने 2025 की चैम्पियंस ट्रॉफी में 16 चौके लगाए, जिससे उनकी टीम की पारी मजबूत हुई। ये आंकड़े बताते हैं कि आज के टेस्ट बल्लेबाज कंजरवेटिव होने की बजाय ज्यादा से ज्यादा रन बाउंड्री से लाना चाहते हैं।

रोहित शर्मा का स्थान और युवा खिलाड़ियों की चुनौती

अब बात रोहित शर्मा की करें, तो वह ODI की तरह टेस्ट में भी शानदार हैं, लेकिन चौकों के मामले में टॉप स्थान उनके नाम नहीं। World Test Championship में वह फिलहाल 10वें नंबर पर हैं। इससे साफ है कि युवा बल्लेबाज अब सिर्फ टिककर खेलने की बजाय अटैकिंग अप्रोच से रन बटोर रहे हैं।

युवा खिलाड़ियों की लिस्ट में सबसे आगे हैं रचिन रविंद्र जिन्होंने वनडे में 29 चौके लगाए और बेन डकेट, जिनके नाम 25 चौके हैं। हालांकि, ये आंकड़े ODI के हैं, लेकिन इनका टेस्ट क्रिकेट पर असर दिखने लगा है। आज के युवा खिलाड़ी सीमाएं तोड़कर लगातार चौके मारने में जुटे हैं, इससे खेल की रफ्तार भी तेज हुई है और दर्शकों के लिए रोमांच भी बढ़ गया।

सीनियर खिलाड़ी अब अपनी परंपरागत तकनीक के साथ-साथ नए खिलाड़ियों की तेजतर्रार रणनीति से ताल ठोकने लगे हैं। चौकों की इस रेस में नाम बदल रहे हैं, पर खेल का मजा कई गुना बढ़ गया है।

  • शुबमन गिल- 110 रन एक पारी में सीमारेखा से
  • यशस्वी जैसवाल- 161 रन एक पारी में बाउंड्री से
  • एचसी ब्रुक- 171 रन चौके-छक्कों से
  • एलेक्स कैरी- 16 चौके एक टूर्नामेंट में
  • रोहित शर्मा- टॉप 10 (दसवां नंबर)
  • रचिन रविंद्र, बेन डकेट- ODI में चौके, टेस्ट में भी प्रभाव

बल्लेबाजों की ये लिस्ट बताती है कि क्रिकेट अब धीमे-धीमे गेंद घुमाने का नहीं, बल्कि तेजी से रन बटोरने और दर्शकों को बांधकर रखने का खेल बनता जा रहा है। चौकों का बढ़ता चलन टेस्ट क्रिकेट को एक नए युग में ले जा रहा है, जहां हर चौका एक बयान है—खेला अभी बाकी है!

टिप्पणि (6)

  1. Pooja Tyagi
    Pooja Tyagi

    ये टेस्ट क्रिकेट अब टी20 बन गया है! 😱 शुबमन गिल ने एक पारी में 110 रन बाउंड्री से जमाए? भाई ये तो बल्लेबाजी नहीं, बम फेंकना है! 🤯 अब गेंदबाज क्या करें? बैट से बचना है या दौड़ना है? 🏏💥

  2. Kulraj Pooni
    Kulraj Pooni

    इस तरह की बल्लेबाजी खेल की आत्मा को मार रही है... परंपरा का अपमान है। जब मैं बच्चा था, तो चौका मारना भी एक कला थी, अब तो बस जोर लगाकर मार देते हैं। बिना सोचे-समझे, बिना टेक्निक के... ये क्या खेल है? 🤦‍♂️

  3. Hemant Saini
    Hemant Saini

    सच बताऊं तो ये बदलाव जरूरी था। टेस्ट क्रिकेट बोरिंग नहीं होना चाहिए। दर्शक चाहते हैं एक्शन, रन, बाउंड्री। रोहित शर्मा अभी भी टॉप 10 में हैं? वाह! वो तो एक ऐसे युग में खेल रहे हैं जब युवाओं ने नए नियम लिख दिए हैं। उनका स्थान बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब ये जो नए खिलाड़ी हैं, वो तो बस खेल बदल रहे हैं। बहुत अच्छा है। 🙌

  4. Nabamita Das
    Nabamita Das

    क्या आप लोग ये भूल रहे हैं कि चौके मारने के लिए टेक्निक चाहिए? शुबमन गिल के डिफेंस में भी अच्छाई है। वो बस बैट को ब्रेक कर रहा है। और रोहित? उनके चौके अभी भी सबसे सुंदर हैं। बस आंकड़े नहीं, फॉर्म देखो। ये जो नए खिलाड़ी हैं, उनके चौके तो बस जमकर मार देने के बाद बर्बाद हो जाते हैं। बल्लेबाजी नहीं, बल्लेबाजी का नकली रूप है।

  5. chirag chhatbar
    chirag chhatbar

    yrr ye sab kya baat hai... rohit Sharma 10th pe hai? matlab wo bhi abhi tak 10th number pe hai? ye toh bhai sab kuch jyada hi ho gaya... ab toh har koi 100+ run bna rha hai bas boundary se... kya baat hai yeh? 😅

  6. Aman Sharma
    Aman Sharma

    ये जो 'नए युग' की बात कर रहे हैं, वो बस इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनकी बल्लेबाजी नहीं है। बस जोर लगाकर मारने की आदत है। टेस्ट क्रिकेट का मतलब है सहनशीलता, न कि बाउंड्री की गिनती। ये लोग टेस्ट को टी20 का अपरूप बना रहे हैं। अगर यही रुझान रहा, तो अगले साल बल्लेबाज के लिए बैट की जगह बम लगाना पड़ेगा। 🎭

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