भारत-पाकिस्तान की ऐतिहासिक टक्कर
जब भी भारत और पाकिस्तान मैदान पर उतरते हैं, माहौल में चारों ओर जोश और उत्साह देखने को मिलता है। 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी यही देखने को मिलेगा जब संयुक्त अरब अमीरात के दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ये दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। यह मुकाबला 24 फरवरी को खेला जाएगा और इसमें कई दिलचस्प तत्व शामिल हैं जो इसे यादगार बना सकते हैं।
पिछली रिकॉर्ड की बात करें तो भारत का पलड़ा भारी है। आईसीसी इवेंट्स में भारत ने 17-4 की बढ़त बनाई है, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान ने 3-2 से बढ़त ले रखी है। 2017 के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से हराकर खिताब जीता था, जो उनके लिए गर्व का क्षण था।
टीम फॉर्म और खिलाड़ी
हाल के फॉर्म की नजर से देखें तो भारत का प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ बेहद मजबूत रहा है। भारत ने पिछले पांच वनडे मैचों में पाकिस्तान को हराया है, जिसमें 2023 के एशिया कप में 228 रनों की जीत शामिल है। दूसरी ओर, पाकिस्तान का हालिया फॉर्म चिंता का विषय है, क्योंकि उन्होंने टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 60 रनों से हार का सामना किया।
दुबई में होने वाले इस मुकाबले के लिए भारत का रिकॉर्ड भी बेहद मजबूत रहा है। भारत ने इस मैदान पर अपने सभी छह वनडे मैच जीते हैं जबकि पाकिस्तान ने 8 में जीत हासिल की है और 13 में हार झेली है।
शुबमन गिल का बल्ले से शानदार प्रदर्शन भी भारत को आत्मविश्वास दे रहा है। 2022 से अब तक, गिल ने 48 वनडे मैचों में 2639 रन बनाए हैं, जिसमें आठ शतक शामिल हैं। उनकी औसत 65.97 गौर करने लायक है। इसके साथ ही, रोहित शर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी, विशेष रूप से पहले दस ओवरों में, भारत के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकती है।
वहीं दूसरी तरफ, मो. शमी की गेंदबाजी में भी दम है। उन्होंने हाल ही में वनडे में 200 विकेट का माइलस्टोन पार किया है। शमी ने भारत के पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 5/25 का प्रदर्शन किया।
विराट कोहली की बात करें तो उनका लेफ्ट-आर्म स्पिन के खिलाफ प्रदर्शन चिंता का विषय है। वे इस स्पिन के खिलाफ पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रहे हैं, खासकर कशूद शाह के खिलाफ उनकी बड़ी भूमिका होगी।
इस मुकाबले में शाहीन अफरीदी और रोहित शर्मा की जंग देखने लायक होगी। शाहीन चार बार रोहित को आउट कर चुके हैं और इस बार भी यह मैच उनके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। पाकिस्तान की डेथ ओवर गेंदबाजी में हरिस रउफ जरूरी विकेट ले सकते हैं, लेकिन उनके हाल के प्रदर्शन में सुधार की आवश्यकता है।
भाई ये मैच तो देखने के लिए घर से बाहर निकलने के बराबर है, बस टीवी ऑन करके बैठ जाना है।
इस मैच का मनोवैज्ञानिक पहलू बहुत गहरा है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व, इतिहास का दबाव और लाखों लोगों के सपनों का प्रतीक है। शुबमन गिल की औसत 65.97 है? ये आंकड़ा एक बच्चे की गिनती नहीं, एक अनुभवी योद्धा की निरंतरता है। विराट कोहली का स्पिन के खिलाफ संघर्ष तो एक राजनीतिक अलंकार जैसा है-एक बड़ा नायक जो अपने अंदर के डर से लड़ रहा है। शाहीन अफरीदी के लिए रोहित को आउट करना उसके लिए एक सांस्कृतिक प्रतीक होगा।
यहाँ जीत या हार से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी कितना सच्चे मन से खेल रहे हैं। जब दो देश इतने गहरे भावनात्मक बंधन में जुड़े हों, तो क्रिकेट एक अभिनय हो जाता है-जहाँ हर रन एक आवाज़ है, हर विकेट एक शिकायत है, और हर ओवर एक इतिहास का अध्याय।
मैं तो बस यही कहूँगी कि भारत के खिलाड़ी बहुत मेहनती हैं, लेकिन आजकल लोग बस जीत-हार पर ही फोकस कर रहे हैं। शुबमन गिल जैसे खिलाड़ी जो लगातार अच्छा खेल रहे हैं, उन्हें बस थोड़ा सा समर्थन चाहिए-न कि दबाव। शमी भी अभी तक बहुत अच्छा कर रहे हैं, उनकी गेंदबाजी देखकर लगता है जैसे वो हर गेंद को अपने दिल से फेंक रहे हों। अगर टीम एक दूसरे का समर्थन करे, तो नतीजा खुद बदल जाएगा।
ये मैच देखकर लगता है कि क्रिकेट ने दो देशों के बीच एक ऐसा रिश्ता बना दिया है जो युद्ध से भी गहरा है। मैं चाहता हूँ कि आज जीतने वाला टीम न सिर्फ ट्रॉफी जीते, बल्कि दोनों देशों के बीच थोड़ी सी दोस्ती का बीज बो पाए। शाहीन और रोहित की जंग देखकर लगता है जैसे दो बड़े योद्धा एक दूसरे को समझने की कोशिश कर रहे हैं। बस इतना कहूँगा-खेलो, बस खेलो। जीत या हार, दोनों टीमें इतिहास का हिस्सा हैं।
विराट कोहली अब बस एक नाम हो गए हैं। जो बल्लेबाज लेफ्ट-आर्म स्पिन के खिलाफ 3 मैचों में 25 रन बना पाए, वो टीम के लिए बोझ है। शमी भी अब बुढ़ापे के चक्कर में हैं। इस टीम को नए चेहरों की जरूरत है, न कि अतीत के छायाचित्रों की। और हाँ, शुबमन गिल अच्छा है, लेकिन वो भी एक बार बड़े मैच में फेल हो जाएगा।
हार गए तो बस खेल खत्म, जीत गए तो देश जीत गया। ये सब बकवास है। लेकिन अगर शाहीन रोहित को आउट कर दे, तो मैं उसके लिए एक चाय का प्याला बना दूंगा।