Ashwini Kumar: मुंबई इंडियंस के नए सितारे
1 अप्रैल 2025 की शाम को वानखेड़े स्टेडियम में कुछ अलग ही दिखा। गेंद से आग उगलता एक नया तेज गेंदबाज, नाम—Ashwini Kumar। चंडीगढ़ का यह 23 साल का लड़का न केवल IPL debut में उतरा, बल्कि पहली ही पारी में इतिहास रच दिया। जी हां, Ashwini कुमार आईपीएल के डेब्यू मैच में चार विकेट झटकने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए। उन्होंने 16 गेंदों में महज़ 24 रन देकर कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। मुंबई इंडियंस ने अपने इस नए खिलाड़ी के दम पर KKR को 116 रन पर रोक दिया और मैच 8 विकेट से जीत लिया।
अश्विनी की इस कामयाबी को यादगार इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि वह पाकिस्तान के शोएब अख्तर के साथ उस स्पेशल क्लब में आ गए हैं, जिन्होंने डेब्यू पर चार विकेट लेने का कारनामा किया था। शोएब ने 2008 में ऐसा किया था, अब तक कोई भी भारतीय गेंदबाज यह रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सका था।
सपनों की रात—ताबड़तोड़ गेंदबाजी और दिग्गजों की तारीफ
अश्विनी कुमार का कद सामान्य है, उन्हें देखकर कोई नहीं कहेगा कि ये लड़का विपक्षी बल्लेबाजों में खौफ भर देगा। मगर मैदान पर उनकी गेंदों की धार ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने KKR के टॉप ऑर्डर को झकझोर कर रख दिया। मात्र 16 गेंदों में चार विकेट, और वो भी ऐसे मौके पर जब टीम को शिद्दत से जरूरत थी।
- पहला विकेट: KKR के ओपनर को पगबाधा आउट किया।
- दूसरा विकेट: मिडिल ऑर्डर के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज को बोल्ड किया।
- तीसरा विकेट: सटीक यॉर्कर पर बेहतरीन बॉलिंग।
- चौथा विकेट: डैथ ओवर्स में खतरनाक फिनिशर को शॉर्ट बॉल पर फंसाया।
क्रिकेट के कई जानकार, खासकर रवि शास्त्री ने कहा कि Ashwini की हिम्मत और गेंदों में वैरायटी हैरान करने वाली है। उनके इस प्रदर्शन को देखकर मुंबई इंडियंस को एक नया मैच विनर मिल गया है, इसमें किसी को शक नहीं। उनकी तुलना अब डेब्यू पर धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले अल्जारी जोसेफ (6/12) और एंड्रयू टाई (5/17) से हो रही है।
जितना धमाल अश्विनी ने गेंद से किया, उतनी ही चर्चा अब उनकी ट्रेनिंग और चंडीगढ़ से आने वाले खिलाड़ियों की मेहनत की भी हो रही है। लोग उनकी जमीनी मेहनत और मैदान पर बेखौफ खेलने वाले अंदाज को लेकर खूब बातें कर रहे हैं।
मौजूदा आईपीएल सीजन में मुंबई के लिए अब Ashwini कुमार ‘ट्रंप कार्ड’ बन सकते हैं। उनकी रफ्तार, स्विंग और दबाव भरे मौकों पर विकेट लेने की क्षमता टीम के लिए सबसे बड़ी ताकत बन गई है। IPL जैसे बड़े मंच पर डेब्यू करते ही इतिहास रचना, किसी सपने के सच होने जैसा है। अब देखना रोचक होगा कि आने वाले मैचों में उनका यह जबरदस्त फॉर्म बरकरार रहता है या नहीं।
ये लड़का तो बस आग लगा रहा है! डेब्यू पर चार विकेट? भाई ये तो बस शुरुआत है, अब तो देखना है कि वो अगले मैच में भी ऐसा ही धमाका करता है या नहीं।
अरे यार ये सब बकवास है। एक मैच में चार विकेट ले लिया तो क्या हुआ? अगर अगले तीन मैच में उसकी गेंदें बारिश की तरह लगें तब बात करना।
कभी कभी लगता है कि हम बस एक बार के धमाके को इतिहास बना देते हैं और फिर उसे भूल जाते हैं... अश्विनी के लिए उम्मीद है कि वो अपनी मेहनत को बरकरार रखे और न सिर्फ धमाका करे बल्कि लगातार बना रहे।
मानो कोई नए बादशाह की घोषणा हो गई हो! अश्विनी कुमार ने वानखेड़े के टाइम ट्रैक को बदल दिया, गेंद जैसे जिंदा हो गई और बल्लेबाज़ लगे जैसे चूहे बिल से भाग रहे हों। ये तो बस शुरुआत है, अगले दो महीने में उसका नाम राष्ट्रीय टीम के लिए बार-बार आएगा।
इसके बाद की बात तो ये है कि चंडीगढ़ के ट्रेनिंग सेंटर में कितने ऐसे छिपे हुए टैलेंट्स हैं जिन्हें कोई नहीं देख पा रहा। अश्विनी का ये डेब्यू सिर्फ उसकी नहीं, पूरे उत्तर भारत के लिए एक बड़ा संदेश है कि अगर तुम लगातार ट्रेन करोगे तो बड़े मंच पर आना असंभव नहीं। ये लड़का रातोंरात नहीं बना, उसने अपने छोटे से गांव के क्रिकेट ग्राउंड में हज़ारों गेंदें फेंकी होंगी, बिना किसी ट्रैकिंग सिस्टम के, बिना किसी स्पॉन्सर के।
हर कोई अश्विनी की तारीफ कर रहा है लेकिन क्या किसी ने ये देखा कि KKR का टॉप ऑर्डर उस दिन बिल्कुल फेल हो गया था? ये रिकॉर्ड तो बल्लेबाजों की बेकारी का है, न कि उस लड़के की शानदार बॉलिंग का।
अश्विनी का अंदाज़ बहुत अच्छा है बस थोड़ा और धैर्य रखे और खुद को बहुत जल्दी अपना नाम बड़े मंच पर लिखने की जरूरत नहीं है अभी तो बस अपने गेंदबाजी को बेहतर बनाते रहो
ये तो बस एक अच्छा मैच था, अगले मैच में अगर उसने 50 रन दिए तो फिर कौन उसकी तारीफ करेगा? लोग तो बस नए सितारे के लिए तैयार होते हैं फिर उन्हें तोड़ देते हैं।
ये डेब्यू पर चार विकेट का रिकॉर्ड तो बस एक अनुप्रेरणा है, लेकिन असली क्रिकेट तो बार-बार प्रदर्शन करने का होता है। अगर ये लड़का अगले 10 मैचों में 20 विकेट नहीं लेता तो ये सब बस एक गर्म शब्द रह जाएगा।