सोमवार, 20 मई 2024 को देश भर में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय शेयर बाजार बंद रहेंगे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) दोनों ही इस दिन पूरी तरह से बंद रहेंगे। इस बंद का असर इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव और करेंसी डेरिवेटिव सहित सभी सेगमेंट पर पड़ेगा।
इसके अलावा, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX) भी सुबह के सत्र के लिए बंद रहेगा। हालांकि, शाम के सत्र में MCX सामान्य रूप से काम करेगा। वहीं, NSE और BSE पर ट्रेडिंग मंगलवार, 21 मई को प्री-ओपनिंग सत्र के बाद सामान्य रूप से शुरू होगी।
बता दें कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए 15 अवकाश सूचीबद्ध किए हैं। इनमें गणतंत्र दिवस, महाशिवरात्रि, होली, गुड फ्राइडे और अन्य महत्वपूर्ण तिथियां शामिल हैं। ये सभी अवकाश भारतीय शेयर बाजार के लिए निर्धारित किए गए हैं।
शेयर बाजार पर चुनाव का प्रभाव
आम तौर पर, लोकसभा चुनाव के दौरान शेयर बाजार में अस्थिरता देखी जाती है। निवेशक चुनाव के नतीजों का इंतजार करते हैं और उसके अनुसार अपनी निवेश रणनीति तय करते हैं। चुनाव के परिणाम आने के बाद बाजार में तेजी या मंदी देखी जा सकती है।
हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों को चुनाव के नतीजों से ज्यादा प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्हें अपनी निवेश योजना पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से बचना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि में शेयर बाजार कंपनियों के प्रदर्शन और आर्थिक वृद्धि से निर्देशित होते हैं, न कि राजनीतिक घटनाक्रमों से।
निवेशकों के लिए सलाह
शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोगों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। उन्हें अपनी जोखिम क्षमता और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निवेश करना चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण सलाह इस प्रकार हैं:
- पोर्टफोलियो को विविधतापूर्ण बनाएं। सिर्फ एक ही सेक्टर या कंपनी में निवेश न करें।
- नियमित रूप से अपने निवेश की समीक्षा करते रहें और जरूरत पड़ने पर उसमें बदलाव करें।
- अफवाहों और अटकलों पर निवेश न करें। हमेशा फंडामेंटल एनालिसिस पर भरोसा करें।
- शेयर बाजार के जोखिमों को समझें और अपनी क्षमता के अनुसार ही निवेश करें।
बाजार पर नजर रखें
शेयर बाजार अवकाश के बावजूद, निवेशकों को घरेलू और वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखनी चाहिए। कई बार बाजार बंद होने के बावजूद भी महत्वपूर्ण खबरें आती रहती हैं जो अगले दिन के कारोबार को प्रभावित कर सकती हैं।
उदाहरण के लिए, किसी बड़ी कंपनी के नतीजे, आर्थिक आंकड़े, भू-राजनीतिक घटनाएं आदि ऐसे कारक हैं जिन पर निवेशकों को ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों का रुख भी भारतीय बाजारों को प्रभावित करता है।
कुल मिलाकर, शेयर बाजार अवकाश के दिन भी निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार से जुड़ी हर खबर पर नजर रखनी चाहिए। ऐसा करने से वे बेहतर निवेश निर्णय ले सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बना सकते हैं।
हालांकि, यह भी याद रखना जरूरी है कि शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें। साथ ही, अपनी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें।
आशा है कि ये जानकारी आपके लिए मददगार साबित होगी। शेयर बाजार में निवेश करते समय हमेशा सावधानी बरतें और अपने ज्ञान को लगातार बढ़ाते रहें। बाजार की हर उठापटक के साथ धैर्य और समझदारी से काम लें।