जब हम अफ़ग़ानिस्तान, दक्षिण एशिया में स्थित एक पहाड़ी देश, जिसमें विविध जातियां और ऐतिहासिक लड़ाइयाँ शामिल हैं. इसे अक्सर एशिया का ज्वालामुखी कहा जाता है क्योंकि यहाँ के सामाजिक‑राजनीतिक बदलाव तेज़ी से होते रहते हैं।<\/span> इस पेज पर आपको इस देश की वर्तमान स्थितियों, प्रमुख घटनाओं और भविष्य के संभावित विकास की जानकारी मिलेगी।
अफ़ग़ानिस्तान की राजनीति को समझने के लिये तालीबान, एक ऐसी समूह जो 1996‑2001 की पहली सरकार और 2021 में वापसी के बाद प्रमुख सत्ता रखता है को देखना जरुरी है। तालीबान का शासन सुरक्षा माहौल, महिला अधिकार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सीधे प्रभावित करता है। उदाहरण के तौर पर, तालीबान की नीति अफ़ग़ानिस्तान में विदेशी सहायता की मात्रा को घटाती है, जिससे आर्थिक दबाव बढ़ता है।
आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन अफ़ग़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था, मुख्य रूप से कृषि, खनन और सीमापार लेन‑देन पर निर्भर है, लेकिन लगातार चलती लड़ाइयों के कारण प्रतिबंध और निवेश का अभाव झेल रही है से किया जा सकता है। गरीबी दर, बेरोज़गारी और मौद्रिक अस्थिरता इस क्षेत्र के मुख्य संकेतक हैं। इसके अलावा, शरणार्थी समस्या भी आर्थिक कारकों के साथ गुँथी हुई है।
जब शरणार्थी संकट, दूसरे देशों में विस्थापित अफ़ग़ान लोगों की बड़ी संख्या और उनके पुनर्वास की चुनौतियों को दर्शाता है को देखें, तो पता चलता है कि कई परिवार बेसमेंट और शरणालयों में रहकर मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यह संकट अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद पर निर्भर करता है, लेकिन राजनीतिक अस्थिरता मदद की निरंतरता को ठप्प कर देती है।
इन सभी तत्वों में आपस में घनिष्ठ संबंध मौजूद है: तालीबान का शासन सुरक्षा स्थिति को बदलता है, सुरक्षा की गिरावट आर्थिक विकास को बाधित करती है, और आर्थिक दबाव शरणार्थी प्रवास को बढ़ाता है। इन कारण‑परिणाम संबंधों को समझकर आप अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान ख़बरों को बेहतर ढंग से पढ़ सकते हैं। अब नीचे आप विभिन्न लेखों और रिपोर्टों की सूची पाएंगे, जहाँ प्रत्येक पोस्ट इन विषयों में गहरी जानकारी देती है—चाहे वह तालीबान के नवीनतम निर्णय हों, आर्थिक आंकड़े हों या शरणार्थी सहायता के अपडेट हों।
अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान में टी20 ट्राय‑सीरीज़ से विदाई ली, क्योंकि उरगुन में तीन क्रिकेटरों की हत्याकांड ने कूटनीतिक तनाव को और भड़काया।