क्या आपने कभी सोचा है कि सरकारी स्कूल में जगह कैसे मिले? उत्तर आसान है – आरटीई (शिक्षा का अधिकार) पोर्टल. इस लेख में हम आपको दिखाएंगे कि ऑनलाइन फॉर्म कैसे भरें, किन दस्तावेजों की जरूरत होती है और चयन प्रक्रिया के टिप्स क्या हैं.
आरटीई साइट भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक मुफ्त पोर्टल है. यहाँ पर सभी राज्य‑स्तर के स्कूलों की सूची, उपलब्ध सीटें और आवेदन समयसीमा मिलती है. आप सिर्फ अपने पिनकोड या जिला डालकर नजदीकी सरकारी विद्यालय देख सकते हैं. इस प्लेटफ़ॉर्म का मुख्य मकसद हर बच्चे को निकटतम स्कूल में दाखिला दिलाना है.
सबसे पहले rtedistrict.gov.in या अपने राज्य की आधिकारिक आरटीई वेबसाइट खोलें. लॉग‑इन करने के लिए आधार नंबर और मोबाइल नंबर चाहिए; अगर पहली बार कर रहे हैं तो ‘नया उपयोगकर्ता’ चुनें और OTP वेरिफ़ाई करें.
एक बार लॉग‑इन हो जाने पर स्कूल लिस्ट सेक्शन में जाएँ. यहाँ आपको स्कूल का नाम, दूरी, उपलब्ध सीटें और पिछले साल की कटऑफ़ रैंक दिखेगी. अपने रहने वाले क्षेत्र के हिसाब से 3–4 विकल्प चुनें और प्राथमिकता क्रम सेट करें.
फॉर्म भरते समय ध्यान रखें: सभी फ़ील्ड सही तरह से भरेँ, दस्तावेज़ (आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र, जाति‑सर्टिफिकेट) स्कैन करके अपलोड करें. गलत जानकारी देने पर आपका आवेदन रद्द हो सकता है.
फॉर्म जमा करने के बाद आपको एक एपीआई नंबर मिलेगा. इस नंबर से आप अपने एप्लीकेशन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं – चाहे वह ‘समीक्षा में’, ‘स्वीकृत’ या ‘स्थगित’ हो.
यदि चयन प्रक्रिया के दौरान कोई समस्या आती है, तो पोर्टल पर उपलब्ध हेल्पलाइन या स्थानीय शिक्षा विभाग से संपर्क करें. अक्सर पूछे जाने वाले सवालों (FAQs) सेक्शन में आम समस्याओं का समाधान लिखा होता है.
एक और महत्वपूर्ण बात – अपने बच्चे की उम्र 6‑14 साल के बीच होनी चाहिए और वह आरटीई एक्ट की शर्तों को पूरा करता हो, तभी आप आवेदन कर पाएँगे. निजी स्कूल में प्रवेश के लिए अलग प्रक्रिया होती है, इसलिए सरकारी स्कूल का विकल्प चुनते समय इस नियम को याद रखें.
सही जानकारी और समय पर फॉर्म जमा करने से आपका चयन सफल होने की संभावना बढ़ जाती है. साल भर की तैयारी में देर न करें; कई बार पोर्टल जल्दी बंद हो जाता है.
आशा है अब आपको आरटीई साइटें इस्तेमाल करने का तरीका स्पष्ट हो गया होगा. बस कुछ क्लिक, सही दस्तावेज़ और थोड़ी धैर्य – आपका बच्चा सरकारी स्कूल में सुरक्षित जगह पा लेगा.
उत्तर प्रदेश के आरटीई एडमिशन 2025-26 में करीब 19,000 आरक्षित सीटें अचानक पोर्टल से गायब हो गई हैं, जिससे गरीब और कमजोर वर्ग के अभिभावकों में जबरदस्त बेचैनी है। स्कूलों की सूची में कई प्राइवेट स्कूल 'क्लोज्ड' दिखाए जा रहे हैं, जबकि वे खुले हैं। शिक्षा विभाग अब तक इस तकनीकी गड़बड़ी पर कोई सफाई नहीं दे पाया है।