डॉ. मनमोहन सिंह (1932‑2024) ने 1991‑96 के वित्त मंत्री के रूप में भारत को उदारवादी आर्थिक मोड़ दिया और 2004‑14 के प्रधानमंत्री के दौरान सामाजिक‑आर्थिक नीतियों को सुदृढ़ किया। आरबीआई गवर्नर से लेकर राजसभा के दीर्घकालिक सदस्य तक उनका सफर सार्वजनिक सेवा का मॉडल बना। उनकी विरासत में एमजीएनआरए, आरटीआई और वित्तीय स्थिरता के कदम शामिल हैं।