क्या आप भी देख रहे हैं कि दिल्ली के आस‑पास हर दिन पानी का लेवल बढ़ रहा है? मॉनसून के पहले ही दौर में कई जगहों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती की समस्याएं सामने आ रही हैं। यहाँ हम आपको पिछले कुछ दिनों की प्रमुख बारिश‑से जुड़ी खबरें, असर और बचने के आसान उपाय दे रहे हैं – ताकि आप सुरक्षित रह सकें और सही जानकारी लेकर आगे बढ़ सकें।
पिछले हफ़्ते दिल्ली के उत्तर भाग में तेज़ बारिश ने कई मोहल्लों में सड़कों को जलमग्न कर दिया था। अंधी बाढ़ की वजह से स्कूल बंद, बाजार बंद और स्थानीय बसें रूट बदलने पर मजबूर हो गईं। उसी दौरान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के कई हिस्सों में भी अचानक पानी का स्तर बढ़ा, जिससे ट्रैफ़िक लाइट फेल हुए और कारें जाम में फँस गईं।
इसी तरह उत्तर प्रदेश की वाराणसी में गंगा के जलस्तर ने चेतावनी सीमा को पार कर लिया, घाट और शीतलां मंदिर डूब गए। यह घटना दिल्ली वालों को भी याद दिलाती है कि बाढ़ का खतरा सिर्फ एक जगह तक सीमित नहीं रहता – नदियों के ऊपर बहते पानी से नीचे की सभी क्षेत्रों में असर पड़ता है।
खेल प्रेमियों के लिए भी खबरें रोचक रही: भारत‑पाकिस्तान क्रिकेट मैच में बारिश ने दो दिन तक खेल को रोक दिया, जिससे दोनों टीमों की रणनीति बदलनी पड़ी। इस तरह मौसम का सीधा असर हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी और बड़े इवेंट्स पर भी पड़ता है।
पहला नियम – घर से बाहर निकलते समय मौसम अपडेट जरूर चेक करें। अगर स्थानीय अधिकारी ने अलर्ट जारी किया हो, तो यात्रा को टालें या वैकल्पिक रास्ते अपनाएँ।
दूसरा, जलभराव वाले क्षेत्रों में गाड़ी चलाते समय धीमी गति रखें और ब्रेक का उपयोग सावधानी से करें। पानी के नीचे छिपी गड्ढे या तेज़ धारा अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
तीसरा, घर में बिजली की सुरक्षा भी अहम है। बारिश के दौरान सॉकेट्स को सूखा रखें, और अगर लाइट कट हो तो वैकल्पिक बैकअप जैसे टॉर्च या मोबाइल चार्जर तैयार रखें।
चौथा, यदि आप हाई‑फ्लोर वाले फ्लैट में रहते हैं, तो बेसमेंट में पानी आने से बचाने के लिए पंप या सैंडबैग का प्रबंध कर लें। छोटा सा कदम बड़ी क्षति को रोक सकता है।
अंत में, अगर कोई बाढ़ चेतावनी जारी हो, तो स्थानीय प्रशासन की निर्देशित जगहों पर शरण लेना सबसे सुरक्षित विकल्प है। यह न केवल आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है बल्कि राहत कार्यों में मदद भी करता है।
समाप्ति में हम यही कहेंगे – बारिश का मौसम जीवन को ठंडक और ताजगी लाता है, लेकिन सही जानकारी और तैयारियों से ही इसे आनंददायक बनायें। रॉयल खबरें पर रोज़ नई अपडेट मिलती रहती हैं, तो बार‑बार विजिट करें और हमेशा एक कदम आगे रहें।
जुलाई 2025 में दिल्ली में 23 दिन बारिश दर्ज की गई, जो 1901 के बाद 22वां सबसे ज्यादा है, लेकिन कुल बारिश औसत से कम रही। स्थानीय स्तर पर बारिश में बड़ा फर्क देखने को मिला, वहीं अगले हफ्ते भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।