आपका शरीर आपका घर है, इसलिए उसे सही देखभाल चाहिए। रॉयल खबरें पर हम डॉक्टरों की बातों को सीधा आपके सामने लाते हैं ताकि आप बीमारी से बच सकें और फिट रह सकें। चलिए, कुछ आसान टिप्स देखते हैं जो रोज़मर्रा में काम आएँगी।
ज्यादातर डॉक्टर मानते हैं कि एक सामान्य व्यक्ति को कम से कम आठ ग्लास पानी पीना चाहिए। अगर आप गर्मी वाले इलाके में रहते हैं या एक्सरसाइज़ करते हैं तो दो गुना भी ले सकते हैं। पानी सिर्फ़ प्यास बुझाता नहीं, बल्कि त्वचा साफ रखता और जठरांत्र समस्याओं को रोकता है।
सर्दी अक्सर मौसमी बदलाव में बढ़ती है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि सुबह-सुबह नींबू और शहद वाला गर्म पानी पीएँ, इससे गले की सूजन कम होती है। साथ ही, हाथ‑पैर साफ रखें और भीड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें। अगर बुखार 38°C से ऊपर जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
खाना‑पीना हमारे स्वास्थ्य में बड़ा रोल निभाता है। डाइटitian की सिफ़ारिश के अनुसार, हर भोजन में प्रोटीन, सब्जी और फाइबर का संतुलन होना चाहिए। तली हुई चीज़ कम खाएँ, क्योंकि ये पेट को भारी बनाती हैं और मोटापा बढ़ा सकती हैं। हल्का खाना खाने से पाचन अच्छा रहता है और ऊर्जा भी बनी रहती है।
व्यायाम के बिना शरीर कमजोर हो जाता है। डॉक्टर अक्सर कहते हैं कि रोज़ 30 मिनट तेज चलना या साइकिल चलाना पर्याप्त है। अगर आपका काम डेस्क‑जॉब है तो हर दो घंटे में पाँच मिनट खड़े हों, स्ट्रेच करें और आँखों को आराम दें। ये छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव लाते हैं।
डॉक्टर अक्सर देखते हैं कि लोग दवाइयाँ बिना डॉक्टर की सलाह के ले लेते हैं। यह ख़तरा बन सकता है क्योंकि हर दवा का साइड इफ़ेक्ट हो सकता है। अगर आपको कोई बुखार या दर्द है तो पहले डॉक्टर को दिखाएँ, फिर सही प्रिस्क्रिप्शन लें। इससे अनावश्यक दुष्प्रभाव से बचा जा सकेगा।
रोगों की शुरुआती पहचान बहुत जरूरी होती है। कई बीमारियों के लक्षण हल्के होते हैं, जैसे खांसी या थकान। अगर ये लक्षण एक हफ़्ते से अधिक समय तक बने रहें तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए। जल्दी पता चलने पर इलाज आसान और सस्ता रहता है।
डॉक्टरों का कहना है कि नींद पूरी होना स्वास्थ्य का मूल स्तम्भ है। वयस्कों को रोज़ 7‑8 घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए। सोते समय मोबाइल या टीवी बंद रखें, क्योंकि ब्लू लाइट स्लीप क्वालिटी घटाती है। अच्छी नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है।
सामान्य जाँच भी बड़ी मदद करती है। हर साल एक बार पूरे शरीर की जांच कराएँ – ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्टेरॉल चेक करवाएं। इससे किसी भी बीमारी का शुरुआती संकेत मिल जाता है और इलाज आसान हो जाता है।
अगर आप गर्भवती हैं या बच्चा पाला हुआ है तो डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है। प्रे‑नेटल चेक‑अप से माँ और बच्चे दोनों की सुरक्षा बनी रहती है। वैक्सीनेशन, आयरन सप्लीमेंट और सही डाइट पर खास ध्यान दें।
अंत में यह याद रखें कि डॉक्टर सिर्फ़ इलाज नहीं करते, वे आपका स्वास्थ्य साथी भी होते हैं। उनकी सलाह सुनें, नियमित चेक‑अप करवाएँ और जीवनशैली को स्वस्थ बनायें। रॉयल खबरें आपके लिए लाता रहेगा ताज़ा मेडिकल अपडेट – बस पढ़ते रहिए और स्वस्थ रहिए।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले ने पूरे देश में आक्रोश और विरोध को बढ़ावा दिया है। पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट ने इस हमले की बर्बरता को उजागर किया है। घटना के बाद, आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने न्याय और प्रणालीगत सुधारों की मांग की है और 'रात की रैली' ने महत्वपूर्ण ध्यान खींचा है।