आपके पास जो भी व्यापार या काम है, उसका मुख्य लक्ष्य मुनाफा कमाना होना चाहिए। लेकिन कई बार लागत‑राजस्व का संतुलन बिगड़ जाता है और फायदा घटता है। तो चलिए, कुछ ऐसे कदम देखते हैं जिनसे आप बिना जटिल योजना के मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
सबसे पहले अपने सभी खर्चों की लिस्ट बनाइए – किराया, वेतन, सामग्री, बिजली‑पानी आदि। अक्सर छोटे-छोटे खर्च अनजाने में बढ़ते हैं और कुल मुनाफा घटाते हैं। एक महीने के हिसाब से इनको ट्रैक करें और जहाँ बचत हो सके, वैसा कदम उठाएँ। उदाहरण के लिये, अगर ऑफिस की लाइट 24 घंटे ऑन रहती है तो टाइमर लगा दें या LED बल्ब बदलें।
बहुत कम कीमत रखकर ग्राहक आकर्षित करना आसान लगता है, पर इससे लाभ मार्जिन घट जाता है। अपने प्रोडक्ट की लागत, बाजार दर और प्रतिस्पर्धी की कीमत को देख कर एक उचित मार्जिन जोड़ें। अगर आपका प्रोडक्ट क्वालिटी में बेहतर है तो ‘प्रीमियम’ टैग देकर थोड़ी अधिक कीमत ले सकते हैं – ग्राहक अक्सर गुणवत्ता के लिए अतिरिक्त भुगतान करने को तैयार होते हैं।
एक और आसान तरीका है बंडल ऑफर देना। दो या तीन आइटम एक साथ बेचें, जिससे औसत प्रति यूनिट लाभ बढ़ेगा। इससे स्टॉक भी जल्दी घूमता है और बिक्री में स्थिरता आती है।
खुश ग्राहक दोहराए‑दोहराए खरीदते हैं और दूसरों को बताते हैं। तेज़ डिलीवरी, आसान रिटर्न पॉलिसी या छोटे-छोटे सरप्राइज (जैसे धन्यवाद नोट) आपके ब्रांड की छवि बनाते हैं। जब ग्राहक भरोसा करते हैं तो वे थोड़ा अधिक खर्च करने के लिए तैयार रहते हैं – इससे आपका मुनाफा स्वाभाविक रूप से बढ़ता है।
ऑनलाइन पेमेंट गेटवे, इ‑कमर्स प्लेटफ़ॉर्म और सोशल मीडिया मार्केटिंग आज के व्यापार में कम नहीं किए जा सकते। इन टूल्स से आप प्रोसेसिंग खर्च घटा सकते हैं, नई बाजारों तक पहुंच बना सकते हैं और विज्ञापन पर सही लक्ष्यीकरण कर बेहतर ROI प्राप्त कर सकते हैं। छोटे व्यवसाय भी मुफ्त या कम लागत वाले टूल्स जैसे गूगल माय बिझनेस, फेसबुक पेज आदि से बड़े फ़ायदे ले रहे हैं।
बहुत अधिक स्टॉक रखने से फंड लॉक हो जाता है और पुराने सामान की कीमत घट सकती है। रीयल‑टाइम इन्भेंट्री सॉफ्टवेयर या एपीआर (एवरी पर्सन रेपोर्ट) का उपयोग करके आप सही मात्रा में वस्तु रख सकते हैं। इससे ओवरस्टॉक्स कम होते हैं, कैश फ्लो बेहतर रहता है और मुनाफा बढ़ता है।
इन पाँच बिंदुओं को अपनाकर आप अपने व्यापार के मुनाफे को धीरे‑धीरे लेकिन ठोस रूप से बढ़ा सकते हैं। याद रखें, छोटे‑छोटे बदलाव बड़े फ़ायदे लाते हैं। अब जब आप जानते हैं कि कहाँ कटौती करनी है और कैसे राजस्व बढ़ाना है, तो जल्दी शुरू करें – आपका लाभ आपके कदमों का इंतज़ार कर रहा है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए, जिसमें मुनाफा ₹11,342 करोड़ हुआ, जो पिछले साल के मुकाबले 9% की वृद्धि है। कंपनी का समेकित राजस्व ₹59,692 करोड़ था, जो कि अनुमानित ₹60,160 करोड़ से कम था। कंपनी ने ₹17,000 करोड़ के शेयर बायबैक को भी मंजूरी दी। टीसीएस ने मजबूत डील्स की गति को देखते हुए दीर्घकालिक वृद्धि की संभावना व्यक्त की।