टीसीएस की दूसरी तिमाही के नतीजे: मुनाफा 9% बढ़कर ₹11,342 करोड़, ₹17,000 करोड़ तक का शेयर बायबैक मंजूर

टीसीएस की मजबूत दूसरी तिमाहीः मुनाफा और डील जीत में वृद्धि

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने वित्तीय वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए नतीजे प्रस्तुत किए हैं, जिनमें उल्लेखनीय वृद्धि और सकारात्मक परिणाम शामिल हैं। ₹11,342 करोड़ के शुद्ध लाभ के साथ, कंपनी ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 9% की वृद्धि दर्शाई है। इन नतीजों से टीसीएस ने अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति की पुष्टि की है और निवेशकों का विश्वास जीता है।

कंपनी की समेकित आय ₹59,692 करोड़ रही, हालांकि यह विश्लेषकों के ₹60,160 करोड़ के अनुमान से थोड़ी कम रही, फिर भी यह न्यूनतम वृद्धि दर्शाती है। अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में, राजस्व $7.2 बिलियन था, जो कि पिछली तिमाही की तुलना में 0.2% की क्रमागत कमी का द्योतक था।

महत्वपूर्ण डील्स और शेयर बायबैक

टीसीएस की डील जीत की चर्चा करते हुए, कंपनी ने £800 मिलियन की डील जगुआर लैंड रोवर और £840 मिलियन की डील नेस्ट के साथ प्राप्त की है। इन डील्स ने बाजार में टीसीएस की प्रतिस्पर्धात्मकता को और मजबूत किया है। ₹17,000 करोड़ के शेयर बायबैक की अनुमति और प्रति शेयर ₹9 के अंतरिम लाभांश की घोषणा भी निवेशकों को प्रभावित करने वाले कदम हैं।

कंपनी की प्रबंधन टीम ने मजबूत डील्स के मुद्दे और सेवाओं की व्यापक मांग के बात की। इसके साथ ही, उन्होंने भविष्य के विकास की संभावनाओं पर जोर देते हुए लंबी अवधि की वृद्धि की धारणा जताई। कंपनी अपने कर्मचारियों की कार्य उपयोगिता में सुधार करने और उत्पादन और लागत दक्षता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसने ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार का योगदान दिया।

नई प्रौद्योगिकियों पर निवेश और विस्तार

नई प्रौद्योगिकियों पर निवेश और विस्तार

टीसीएस ने नई प्रौद्योगिकियों में निवेश जारी रखा है, जिसमें विशेष रूप से जनरेशन-एआई के लिए 100,000 मजबूत परामर्शदाता और प्रॉम्प्ट-इंजीनियर्स शामिल हैं, जो विभिन्न प्रोजेक्टों में लगे हैं। इस प्रकार की निवेश रणनीतियां कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मक ताकत को और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

एफआईआई और डीआईआई दोनों ने टीसीएस के प्रति अपनी विश्वास जताई है, जो इसके विकास और विस्तार का साक्ष्य हैं। कंपनी ने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से अपने ग्राहकों के लिए मूल्य निर्माण करने के अपने मिशन को जारी रखा है। यह तकनीकी नवाचारों के माध्यम से उद्योग में नेतृत्व कायम करने की कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

टीसीएस के प्रबंधन ने बताया कि नए डील्स और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कंपनी दीर्घकालिक वृद्धि के लिए तैयार है। वे विशेष रूप से प्रसन्न दिखाई देते हैं और आने वाले वर्षों में और अधिक मजबूत प्रदर्शन का आश्वासन देते हैं।

इन नए विकासों और निवेशों के आलोक में, टीसीएस की प्रगति जारी रहने की उम्मीद है। वे अपने कर्मचारियों, प्रौद्योगिकी में निवेश, और ग्राहक केंद्रित रणनीतियों के माध्यम से दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने इंडस्ट्री के प्रमुख क्षेत्रों में भी समर्थन और सहयोग की उम्मीद जताई है, जिससे वे सतत वित्तीय वृद्धि कर सकें।

टिप्पणि (15)

  1. Karan Raval
    Karan Raval

    इतना अच्छा परफॉर्मेंस देखकर लगता है कि टीसीएस असली भारतीय जीत है। दुनिया भर में इतनी बड़ी कंपनी जो इतनी अच्छी तरह से चल रही है, ऐसी कम हैं। हमारे यहाँ के युवाओं को इसकी तरफ देखना चाहिए।
    और हाँ, शेयर बायबैक और डील्स का तो बस जबरदस्त जादू है।

  2. divya m.s
    divya m.s

    हाँ बस इतना ही? जब तक आप अपने कर्मचारियों को अच्छा वेतन नहीं देंगे, तब तक ये सब बकवास है। एक तरफ लाभ बढ़ा रहे हो तो दूसरी तरफ ऑफिस में लोग भूखे मर रहे हैं। ये सब नंबर्स तो बस शेयरहोल्डर्स के लिए हैं।

  3. PRATAP SINGH
    PRATAP SINGH

    अरे यार, ये तो बस एक और बड़ी कंपनी का आम रिजल्ट है। इसके लिए इतना जोश क्यों? अगर आप असली इनोवेशन देखना चाहते हैं, तो अमेरिका के स्टार्टअप्स देखिए। यहाँ तो सिर्फ रिपीटेड वर्क चल रहा है।

  4. Akash Kumar
    Akash Kumar

    टीसीएस का यह प्रदर्शन भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण है। ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के साथ भारतीय अनुभव का संगम यहीं दिख रहा है। इस तरह की सफलता के लिए टीम की निरंतर प्रतिबद्धता का बहुत बड़ा योगदान है।

  5. Shankar V
    Shankar V

    अगर आप इन नंबर्स पर भरोसा करते हैं तो आप धोखे में हैं। ये सब फिक्स्ड नंबर्स हैं। असली लाभ तो ऑफशोर डेटा सेंटर्स में छिपा है, जहाँ लोग 12 घंटे काम करते हैं और 5000 रुपये मिलते हैं। ये जो बायबैक है, वो तो बस एक बड़ा ट्रिक है।

  6. Aashish Goel
    Aashish Goel

    अरे वाह!! टीसीएस ने फिर से कर दिया ना!! जनरेशन-एआई में 1 लाख लोग लगे हैं?? ये तो बहुत बड़ी बात है ना?? मैंने तो सोचा था कि एआई सिर्फ टेक्स्ट जेनरेट करता है, लेकिन ये तो एआई को एआई बना रहे हैं!! जबरदस्त!!

  7. leo rotthier
    leo rotthier

    इस देश में जब तक भारतीय कंपनियां नहीं बनेंगी, तब तक दुनिया का नियंत्रण अमेरिका के हाथ में रहेगा। टीसीएस ने आज दिखाया कि भारत भी दुनिया को नेतृत्व दे सकता है। ये लाभ नहीं, ये गर्व है।

  8. Karan Kundra
    Karan Kundra

    मुझे लगता है कि ये सब अच्छा है, लेकिन अगर हम अपने जूनियर्स को भी इस फायदे का हिस्सा बना सकें तो और बेहतर होगा। जब टीम बढ़ेगी, तो कंपनी भी बढ़ेगी। इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

  9. Vinay Vadgama
    Vinay Vadgama

    टीसीएस के इस प्रदर्शन को देखकर एक बार फिर भारतीय आईटी क्षेत्र की शक्ति का एहसास होता है। वित्तीय स्थिरता, नवाचार और ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण का संगम यहाँ स्पष्ट रूप से दिख रहा है। यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

  10. Pushkar Goswamy
    Pushkar Goswamy

    एक बार फिर टीसीएस ने दिखा दिया कि भारतीय कंपनियां क्या कर सकती हैं। लेकिन इतना बड़ा बायबैक? ये तो बस शेयर बाजार का एक बड़ा धोखा है। असली वृद्धि तो उन कर्मचारियों में है जो अभी भी ऑफिस में बिना ब्रेक के काम कर रहे हैं।

  11. Abhinav Dang
    Abhinav Dang

    जनरेशन-एआई के लिए 1 लाख कंसल्टेंट्स? ये तो अभी तक का सबसे बड़ा एआई प्रोजेक्ट है। इन लोगों के लिए ट्रेनिंग और रिसोर्सेस का इंतजाम करना तो बहुत बड़ी चैलेंज है। लेकिन टीसीएस ने इसे संभाल लिया। ये तो लीडरशिप है।

  12. krishna poudel
    krishna poudel

    अरे यार, ये सब तो मैंने पहले ही बता दिया था कि टीसीएस का भविष्य चमकदार है। अब तो सब देख रहे हैं। जब तक आप एआई और डील्स के बारे में नहीं जानते, तब तक आप बस बाहर से देख रहे हैं। असली जानकारी तो अंदर है।

  13. Anila Kathi
    Anila Kathi

    एआई के लिए 1 लाख लोग? 😍 ये तो बहुत बड़ी बात है!! अब तो हमारी कंपनी दुनिया की नंबर 1 हो गई!! 🚀 अब तो बस यही बात है कि इन लोगों को कितना मिल रहा है? 😅

  14. vasanth kumar
    vasanth kumar

    टीसीएस का यह प्रदर्शन एक शांत और दृढ़ नेतृत्व का परिणाम है। बड़े नंबर्स के बजाय, इसकी असली ताकत उन छोटे छोटे निर्णयों में है जो दिन-प्रतिदिन लिए जाते हैं। इसी तरह की स्थिरता आज के समय में बहुत कम है।

  15. Andalib Ansari
    Andalib Ansari

    इस सफलता के पीछे एक गहरा दार्शनिक प्रश्न छिपा है: क्या विकास का अर्थ सिर्फ आय बढ़ाना है? या यह एक ऐसी संस्कृति का निर्माण है जो लोगों को अपनी क्षमताओं को पूरा करने का मौका दे? टीसीएस का यह प्रयास शायद इसी बात का प्रतिनिधित्व कर रहा है।

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