टी20 विश्व कप 2024 में भारत की जीत के बाद राहुल द्रविड़ की भावुक प्रतिक्रिया इंटरनेट पर छाई

राहुल द्रविड़: एक कोच की प्रेरणादायक यात्रा

29 जून 2024 का दिन भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ बन गया जब भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 का खिताब जीता। इस ऐतिहासिक जीत के बाद टीम के कोच राहुल द्रविड़ की प्रतिक्रिया ने कई लोगों के दिलों को छू लिया।

भावुक प्रतिक्रिया का वीडियो वायरल

मैच खत्म होने के बाद, राहुल द्रविड़ ने अपनी पोस्ट-मैच स्पीच में अपनी टीम के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में, मुझे ट्रॉफी जीतने का सौभाग्य नहीं मिला, लेकिन मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। कोच के रूप में मुझे यह अवसर मिला। यह मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक है।" उनकी इस भावुक अभिव्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लाखों लोगों ने इसे दिल से सराहा।

टीम की मेहनत और समर्पण

द्रविड़ ने अपनी स्पीच में खिलाड़ियों की मेहनत और उनके समर्पण की तारीफ की। उन्होंने कहा, "इन खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की और वे इस जीत के हकदार हैं। कोच होने के नाते, यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं इन युवाओं के साथ काम कर रहा हूं, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट खेल दिखाया।"

पुरानी यादों का पुनरावलोकन

राहुल द्रविड़ ने अपनी स्पीच के दौरान अपने खेलने के दिनों की याद दिलाई और बताया कि एक खिलाड़ी के रूप में, उन्होंने कई असफलताओं का सामना किया था। लेकिन यह भी कहा कि उन्होंने हमेशा मेहनत की और अब, कोच बनने के बाद, उन्हें एक नई पहचान मिली। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि इस मौके पर मैंने अपने जीवन के सभी अनुभवों को अपने खिलाड़ियों के साथ साझा किया और उन्हें उनकी जीत को अहसास दिलाया।"

टीम इंडिया की शानदार जीत

भारतीय टीम की इस शानदार जीत को देशभर में भरपूर प्रशंसा मिली। विशेषज्ञों, पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों ने राहुल द्रविड़ की कोचिंग की जमकर तारीफ की। इस जीत ने यह साबित कर दिया कि नई पीढ़ी के खिलाड़ी शानदार क्षमताओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं और वे देश को गर्व महसूस कराने के लिए तैयार हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

राहुल द्रविड़ की वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे एक 'आइकॉनिक मोमेंट' बताया, जबकि कुछ ने कहा कि द्रविड़ की इस प्रतिक्रिया ने उनकी छवि को और भी अधिक मानवीय बना दिया है। एक यूजर ने लिखा, "द्रविड़ की विनम्रता और उनकी टीम के प्रति समर्पण ने उनके कोचिंग कैरियर को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।"

राहुल द्रविड़: एक प्रेरणास्रोत

राहुल द्रविड़ हमेशा से ही अपनी विनम्रता और स्पष्ट दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। एक खिलाड़ी के रूप में वे बहुत मेहनती और समर्पित रहे हैं। उनके कोच बनने के बाद भी उन्होंने अपने उसी सिद्धांतों का पालन किया और टीम को प्रेरित किया। उनकी यह प्रेरणादायी नेता की भूमिका और उनकी टीम को दी गई दिशा ने इस जीत को संभव बनाया।

अंत में, टी20 विश्व कप 2024 की इस जीत ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में सिर्फ प्रतिभा ही नहीं, बल्कि सही दिशा, कड़ी मेहनत और समर्पण की भी बहुत बड़ी भूमिका होती है। राहुल द्रविड़ और उनकी टीम ने ये सभी गुण मिलकर भारतीय क्रिकेट के इस शानदार सफर को एक और मील का पत्थर बना दिया।

टिप्पणि (19)

  1. vikram singh
    vikram singh

    ये वीडियो देखकर मेरी आंखें भर आईं भाई... द्रविड़ ने जो कहा वो सच्चाई है कि ट्रॉफी नहीं, लेकिन लगन और जुनून जीतती है। इस आदमी ने खेल को जीवन बना लिया है। अब तो वो कोच नहीं, एक प्रार्थना हैं इस टीम के लिए।

  2. balamurugan kcetmca
    balamurugan kcetmca

    द्रविड़ की यह प्रतिक्रिया बस एक साधारण बयान नहीं है, ये एक जीवन दर्शन है। उन्होंने खिलाड़ी के रूप में अपनी असफलताओं को अपने अंदर समेट लिया और कोच के रूप में उन्हें अपने खिलाड़ियों के जीवन में बदल दिया। ये वो ताकत है जो एक टीम को विश्व चैंपियन बना सकती है। एक व्यक्ति के अंदर जब विनम्रता और दृढ़ता एक साथ होती हैं, तो वो असंभव को संभव बना देता है। ये बस एक जीत नहीं, ये एक संस्कृति का जन्म है।

  3. Arpit Jain
    Arpit Jain

    अरे भाई ये सब बकवास है। टीम ने जीता है तो जीत गए, द्रविड़ का भावुक होना उनकी नियुक्ति का हिस्सा है। असली जीत तो रोहित और विराट की बल्लेबाजी और बोल्ट की गेंदबाजी ने की। ये सब वीडियो बस मीडिया का धोखा है।

  4. Karan Raval
    Karan Raval

    हर एक खिलाड़ी को द्रविड़ ने अपना बेटा समझा है और उन्होंने इस टीम को बस खेलने के लिए नहीं, जीने के लिए तैयार किया है। मैं भी अपने बच्चों को यही सिखाना चाहती हूं कि जीत या हार, इंसानियत सबसे बड़ी जीत है।

  5. divya m.s
    divya m.s

    ये सब नाटक है। द्रविड़ को टीम के लिए कुछ नहीं करना था, उन्हें बस दिखावा करना था। जब टीम जीत गई तो वो रोने लगे। अगर टीम हारती तो वो कहते कि ये नए खिलाड़ी हैं बस इतना ही। ये लोग खुद को बहुत बड़ा समझते हैं।

  6. PRATAP SINGH
    PRATAP SINGH

    द्रविड़ के बयान में अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान का गहरा अध्ययन छिपा हुआ है। एक ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में टीम की जीत अनिवार्य थी। यह एक नए नेतृत्व मॉडल का उदाहरण है जो अभी तक क्रिकेट दुनिया में नहीं देखा गया।

  7. Akash Kumar
    Akash Kumar

    भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह एक ऐसा पल है जिसे आगे चलकर शिक्षण संस्थानों में पढ़ाया जाएगा। राहुल द्रविड़ ने खेल के अंदर नैतिकता और दायित्व का एक नया मानक स्थापित किया है।

  8. Shankar V
    Shankar V

    क्या आपने ध्यान दिया कि उन्होंने बिल्कुल भी विराट का नाम नहीं लिया? ये एक जानबूझकर किया गया राजनीतिक चाल है। द्रविड़ के पीछे कोई बड़ा बॉस है जो उन्हें बता रहा है कि क्या कहना है। ये वीडियो एक रिलीज के बाद तैयार किया गया था।

  9. Aashish Goel
    Aashish Goel

    मैंने वीडियो देखा और बस एक बार रो दिया... ये आदमी तो बहुत अच्छा है ना... उन्होंने जो कहा वो बिल्कुल सच है... और ये भी देखा कि उनके हाथ में एक टिशू था... और वो बिल्कुल शांत थे... लेकिन आंखों में आंसू... और फिर उन्होंने अपने खिलाड़ियों को गले लगाया... और वो सब बहुत बड़े थे... और फिर उन्होंने बस एक बार सिर हिलाया... और फिर वो चले गए... बिना कुछ कहे... बस... बस...

  10. leo rotthier
    leo rotthier

    हमने जीता है और द्रविड़ ने इसे जीता है। दक्षिण अफ्रीका को देखो वो तो बस खेल रहे थे। हमने जीत के लिए लड़ा। द्रविड़ का जो दिल है वो भारत का दिल है। वो हमारे खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़े हैं। अब तो वो हमारे देश के नाम हो गए।

  11. Karan Kundra
    Karan Kundra

    द्रविड़ ने बस एक टीम को नहीं बनाया, उन्होंने एक परिवार बनाया। जब आप एक खिलाड़ी को उसकी आत्मा को समझते हैं, तो वो अपनी सारी शक्ति दे देता है। ये जीत सिर्फ बल्ले और गेंद की नहीं, दिलों की है।

  12. Vinay Vadgama
    Vinay Vadgama

    इस जीत के पीछे एक व्यवस्थित और दीर्घकालिक दृष्टिकोण था। द्रविड़ ने नवीनतम खेल विज्ञान और मानसिक तैयारी के साथ अपनी टीम को तैयार किया। यह एक आधुनिक कोचिंग का उत्कृष्ट उदाहरण है।

  13. Pushkar Goswamy
    Pushkar Goswamy

    क्या ये वीडियो बस एक बार देखा जाना चाहिए? नहीं। इसे हर दिन देखना चाहिए। द्रविड़ ने जो कहा, वो सिर्फ एक बयान नहीं, एक धर्म है। अगर हर कोच इतना इंसान होता, तो भारत को कोई ट्रॉफी नहीं मिलनी पड़ती, बस बार-बार खेलते रहते।

  14. Abhinav Dang
    Abhinav Dang

    द्रविड़ के नेतृत्व में टीम ने जो गतिशीलता दिखाई वो एक नए युग का संकेत है। उन्होंने टीम के अंदर गतिविधि-आधारित शिक्षण और नैतिक संरचना को जोड़ा। ये जीत एक बार नहीं, बल्कि एक नए फिलॉसफी की जीत है।

  15. krishna poudel
    krishna poudel

    द्रविड़ ने जो कहा वो सब जानते हैं। लेकिन आज तक कोई नहीं बोल पाया। वो बस एक बार बोल गए। अब तो सब रो रहे हैं। ये वीडियो देखकर मैंने अपने पापा को याद कर लिया जो हमेशा कहते थे कि जीत तो बाहर से आती है, लेकिन जीवन अंदर से बनता है।

  16. vasanth kumar
    vasanth kumar

    द्रविड़ की बातें बस एक कोच की नहीं, एक गुरु की हैं। वो खिलाड़ियों को बस खेलना नहीं सिखा रहे थे, बल्कि जीना सिखा रहे थे। ये जीत भारत की नहीं, इंसानियत की है।

  17. Andalib Ansari
    Andalib Ansari

    इस जीत में द्रविड़ की भूमिका एक अध्यात्मिक यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने अपने असफल दिनों को अपने खिलाड़ियों के लिए एक आधार बना दिया। यह जीत केवल ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक नए आत्मविश्वास का जन्म है। एक ऐसे नेता के नेतृत्व में, हर असफलता एक नई शुरुआत बन जाती है।

  18. Pooja Shree.k
    Pooja Shree.k

    मुझे बहुत अच्छा लगा... द्रविड़ बहुत अच्छे हैं... और खिलाड़ी भी बहुत अच्छे हैं... और भारत जीत गया... और मैं बहुत खुश हूं...

  19. vikram singh
    vikram singh

    अरे वो बात तो बिल्कुल सही है... द्रविड़ ने जो कहा, वो सबको अपने दिल से महसूस हुआ। मैंने भी अपने बच्चे को वो वीडियो दिखाया और बोला, बेटा, ये आदमी तुम्हारा नया हीरो है।

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