पेरिस ओलंपिक्स में मनु भाकर ने 25 मीटर पिस्टल फाइनल के लिए दूसरे स्थान पर योग्यता हासिल की

मनु भाकर की शानदार प्रदर्शन

भारतीय शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक्स में 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल इवेंट के फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में दूसरे स्थान पर रहते हुए यह उपलब्धि हासिल की।

मनु भाकर का यह प्रदर्शन उनके तीसरे ओलंपिक पदक की ओर एक और कदम है। उन्होंने प्रेसिजन राउंड में 294 अंक और रैपिड राउंड में 296 अंक बनाकर कुल 590 अंक प्राप्त किए। केवल दो अंक से पीछे रहते हुए, हंगरी की वेरोनिका मेडजोर ने 592 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया।

परिणामों का महत्व

मनु भाकर के इस प्रदर्शन से भारतीय निशानेबाजी में नया आत्मविश्वास आया है। पेरिस ओलंपिक्स में अब तक भारत ने तीन पदक जीते हैं, जिसमें से दो मनु भाकर के नाम रहे हैं। 10 मीटर इवेंट में उन्होंने दो कांस्य पदक जीते हैं।

मनु भाकर की तैयारियों और सफलता का यह सिलसिला उन्हें ओलंपिक इतिहास में मजबूत स्थान प्रदान करता है। उनकी योग्यता और संघर्ष की कहानी सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है।

भारत की पदक तालिका में बढ़त

भारत ने अब तक ओलंपिक्स में तीन पदक जीते हैं, जिसमें से सभी निशानेबाजी में हैं। मनु भाकर ने दो कांस्य पदक जीते हैं और स्वपनिल कुसाले ने 50 मीटर राइफल थ्री-पोजिशन इवेंट में कांस्य पदक जीता है।

मनु भाकर का यह योग्यता प्रदर्शन उन्हें और भी खास बनाता है। वे युवा निशानेबाजों के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं।

मानसिक तैयारी और समर्थन

मानसिक तैयारी और समर्थन

मनु भाकर की मानसिक तैयारी और उनकी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। कई बार कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और निरंतर अभ्यास और संघर्ष के साथ सफलता प्राप्त की।

उनके कोच और टीम का समर्थन भी इस विशेष सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनकी कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास के साथ, मनु भाकर का प्रदर्शन और भी शानदार दिखाई देता है।

आने वाले फाइनल की तैयारी

मनु भाकर अब 25 मीटर पिस्टल फाइनल के लिए तैयार हैं। यह फाइनल उनके और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।

इस फाइनल में उनके प्रदर्शन से भारत को और एक पदक की उम्मीद है। उनकी तैयारी और मानसिक अवस्था उन्हें इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार कर रही है।

भविष्य की ओर

मनु भाकर की यह सफलता केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारत के लिए एक गर्व का मौका है। उनकी संघर्ष और सफलता की कहानी सभी के लिए प्रेरणा है।

भारत सरकार और खेल संघों द्वारा भी उनके इस अद्वितीय प्रदर्शन को सराहा जा रहा है और उन्हें हर संभव समर्थन दिया जा रहा है।

टिप्पणि (8)

  1. leo rotthier
    leo rotthier

    ये मनु भाकर तो भारत की असली शक्ति है भाई! दुनिया के सबसे तेज़ शूटर्स के बीच दूसरा स्थान हासिल करना बस एक जीत नहीं बल्कि एक इतिहास है। हंगरी की लड़की ने 2 अंक से जीत ली लेकिन हमारी जीत तो दिलों में है। जय हिंद!

  2. Vinay Vadgama
    Vinay Vadgama

    मनु भाकर के इस अद्भुत प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई। उनकी निरंतरता, अनुशासन और अटूट इच्छाशक्ति आज के युवाओं के लिए एक आदर्श है। ओलंपिक फाइनल में उनकी अपेक्षा है कि वे अपनी शानदार रणनीति को बरकरार रखें और भारत को एक और गौरवशाली पदक दें।

  3. Pushkar Goswamy
    Pushkar Goswamy

    25 मीटर पिस्टल में दूसरे स्थान पर? अरे भाई, ये तो बस शुरुआत है। जब तक स्वर्ण नहीं मिलता तब तक ये सब बस एक शानदार असफलता है। मनु भाकर के लिए ये बस एक ट्रैनिंग राउंड था। अब फाइनल में वो अपनी बंदूक से दुनिया को चौंका देगी। देखना होगा।

  4. Abhinav Dang
    Abhinav Dang

    मनु का ये प्रदर्शन निशानेबाजी के इंडियन एथलेटिक्स इकोसिस्टम के ग्रोथ मॉडल का सबूत है। क्वालीफिकेशन में 590 स्कोर के साथ उन्होंने एक नए बैरियर को तोड़ दिया है। अब फाइनल में एक्सपर्ट डिसिप्लिन और स्टेबिलिटी की जरूरत है। उनकी टीम का न्यूरोलॉजिकल प्रिपरेशन बहुत अच्छा लग रहा है।

  5. krishna poudel
    krishna poudel

    अरे यार ये हंगरी वाली लड़की किसने बनाया? दो अंक से आगे? ये तो बस एक रैंडम गलती है। मनु भाकर तो फाइनल में अपनी बंदूक से दुनिया को दिखा देगा। असली टैलेंट कभी नहीं हारता। अब देखो कि वो फाइनल में 600+ स्कोर करती है।

  6. Anila Kathi
    Anila Kathi

    मनु भाकर ने बस दो अंक कम बनाए 😢 लेकिन ये दो अंक भारत के दिलों में अनंत हैं 💪🇮🇳 फाइनल में वो जीतेगी ना? मैं तो उसके लिए चाय पी रही हूँ और दिल से दुआ कर रही हूँ 🤲✨

  7. vasanth kumar
    vasanth kumar

    इतनी मेहनत के बाद दूसरा स्थान लेना भी बहुत बड़ी बात है। अब फाइनल में शांति से देखोगे तो अच्छा लगेगा। भारत की निशानेबाजी का नाम दुनिया भर में बढ़ रहा है। बस अब खुश रहना है।

  8. Andalib Ansari
    Andalib Ansari

    क्या ये सिर्फ एक शूटिंग इवेंट है? या ये एक अनुशासन, एक विश्वास, एक अटूट इच्छाशक्ति का प्रतीक है? मनु भाकर ने सिर्फ एक निशाना नहीं भेदा, बल्कि एक सामाजिक संकल्प को भी ठीक कर दिया। ये फाइनल सिर्फ एक पदक के लिए नहीं, बल्कि एक नए युग के लिए है।

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