फ्रेंच ओपन 2024 का सेमी-फाइनल अलेक्ज़ेंडर ज़्वेरेव के लिए एक अविस्मरणीय क्षण साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने कैस्पर रूड को 2-6, 6-2, 6-4, 6-2 से हराकर अपने पहले फ्रेंच ओपन फाइनल में स्थान बनाया।
ज़्वेरेव की संघर्षमय यात्रा
अलेक्ज़ेंडर ज़्वेरेव, जो विश्व के नंबर 4 खिलाड़ी हैं, ने एक कठिन शुरुआत के बाद अपने गेम को मजबूती से संभाला। पहला सेट 2-6 से हारने के बाद, उन्होंने दूसरी सेट में जोरदार वापसी की और 6-2 से जीत दर्ज की। इसके बाद 6-4 और 6-2 से जीतकर फाइनल का टिकट पक्का किया।
पिछले प्रदर्शन
यह जीत खास तौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ज़्वेरेव पिछले तीन बार से फ्रेंच ओपन के सेमी-फाइनल में हारते आ रहे थे। 2021 में स्टेफानोस त्सित्सिपास, 2022 में राफेल नडाल, और 2023 में कैस्पर रूड के खिलाफ हारने वाले ज़्वेरेव ने इस बार अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया।
अल्कराज के खिलाफ फाइनल
अब फाइनल में उनका मुकाबला कार्लोस अल्कराज से होगा, जिन्होंने विश्व नंबर 1 जानिक सिनर को हराकर फाइनल में जगह बनाई। यह मुकाबला एक हाई वोल्टेज मैच होने की उम्मीद है क्योंकि दोनों खिलाड़ी अपनी बेहतरीन फॉर्म में हैं।
हाइलाइट्स
मैच के दौरान ज़्वेरेव ने 54 विजेता स्ट्रोक और 19 ऐस लगाए। रुड का सर्व 5 बार तोड़ते हुए ज़्वेरेव ने अपनी जीत सुनिश्चित की। खास बात यह है कि ज़्वेरेव ने अपने पहले सर्व से 86% पॉइंट्स जीते। रुड के पेट की समस्याओं का भी मुकाबले पर असर पड़ा।
| खिलाड़ी | विजेता स्ट्रोक | ऐस | सेट स्कोर |
|---|---|---|---|
| अलेक्ज़ेंडर ज़्वेरेव | 54 | 19 | 2-6, 6-2, 6-4, 6-2 |
| कैस्पर रूड | 34 | 10 | 2-6, 2-6, 4-6, 2-6 |
भविष्य की आशाएं
अब जब ज़्वेरेव फाइनल में पहुंच गए हैं, सभी की निगाहें उनके और अल्कराज के बीच होने वाले मुकाबले पर टिकी हैं। दोनों के बीच आमने-सामने की स्थिति में ज़्वेरेव 5-4 से आगे हैं। इसमें से एक मुकाबला इस साल के शुरुआती दिनों में इंडियन वेल्स में हुआ था, जहां अल्कराज ने जीत हासिल की थी। वहीं, 2022 के फ्रेंच ओपन में ज़्वेरेव ने चार सेटों में अल्कराज को मात दी थी।
निष्कर्ष
फ्रेंच ओपन 2024 का फाइनल हर टेनिस प्रेमी के लिए रोमांचक होने वाला है। जहां एक तरफ ज़्वेरेव अपनी पहली फाइनल जीत की ओर अग्रसर हैं, वहीं अल्कराज भी इसे अपना पहला खिताब बनाने की पूरी कोशिश करेंगे। दोनों खिलाड़ियों के बेहतरीन फॉर्म को देखते हुए यह मैच निश्चित रूप से ऐतिहासिक होने वाला है।
ये ज़्वेरेव तो हमेशा सेमी में हारता रहा, अब एक बार जीत गया तो सब उसका गुरु बन गए। रुड के पेट की समस्या के बिना ये जीत किसकी? ये टेनिस नहीं, भाग्य का खेल है।
मुझे लगता है कि ज़्वेरेव की ये जीत सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक आंतरिक बदलाव का प्रतीक है। उसने अपने डर को स्वीकार किया, उसके साथ रहना सीखा, और फिर उसे पार कर लिया। ये टेनिस की बात नहीं, जीवन की बात है।
अरे भाई! ज़्वेरेव ने तो अपने भूतों को जला डाला! तीन बार सेमी में फंसा, चार सेटों में उलटफेर किया, रुड को बर्बाद किया, और अब फाइनल में अल्कराज के खिलाफ एक ऐसा शो देने वाला है जिसकी यादें आज से 50 साल बाद तक टेनिस फैन्स गुनगुनाएंगे! ये नहीं, ये तो एक ब्रह्मांडीय अवतार है!
देखो तो ये मैच बस एक रिकॉर्ड ब्रेक नहीं है, बल्कि एक गतिशील बदलाव का संकेत है। ज़्वेरेव का अंदरूनी दबाव, उसकी तकनीकी लचीलापन, और उसकी मानसिक लचीलापन ने उसे एक ऐसे बिंदु पर ले आया जहां वह अपने अतीत के अपराधों को नहीं, बल्कि अपने भविष्य के अवसरों को देख पा रहा है। रुड की थकान और उसकी बाहरी ताकत के बीच ज़्वेरेव की अंतर्दृष्टि ने जीत छीन ली। ये टेनिस नहीं, ये एक दार्शनिक विजय है।
फाइनल में अल्कराज के खिलाफ ज़्वेरेव की जीत का अंदाज़ा लगाना बेकार है। अल्कराज ने सिनर को तोड़ दिया, जो दुनिया का नंबर 1 है। ज़्वेरेव की जीत बस एक अवसर थी, अल्कराज की ताकत एक आग की लहर है।
ज़्वेरेव ने अपने सपनों को जीता है और अल्कराज ने अपने डर को पार किया है। दोनों ने अपनी जीत के लिए अपने अंदर की आवाज़ को सुना है। फाइनल में जो भी जीते, वो एक नया नाम बन जाएगा। दोनों जीत गए हैं।
अल्कराज के खिलाफ ज़्वेरेव की जीत तो बस एक बार नहीं हुई थी, लेकिन अब वो फाइनल में है और अल्कराज ने सिनर को फेंक दिया। ये नहीं, ये तो एक बार फिर से अल्कराज का दिल तोड़ने का नाटक होगा। ज़्वेरेव ने अपने भूतों को जलाया, अब अल्कराज के दिल को तोड़ेगा।