क्या आप अक्सर APM गैस की कीमत या नई योजनाओं को लेकर उलझन में रहते हैं? यहाँ हम आसान भाषा में बता रहे हैं कि अभी कौन‑सी खबरें चल रही हैं, किस तरह से बचत कर सकते हैं और कनेक्शन कैसे तेज़ी से हो सकता है।
हर महीने LPG का दाम बदलता रहता है, इसलिए हर बार चेक करना ज़रूरी है। APM ने पिछले हफ्ते अपनी बेस प्राइस में 5 रुपये का इज़ाफ़ा किया था, जबकि कुछ राज्यों में टैक्स की वजह से कुल बढ़ोतरी 12‑15 रुपये तक हो सकती है। अगर आप इस बदलाव को समझना चाहते हैं तो बस अपने निकटतम एपीएम डीलर या आधिकारिक वेबसाइट पर देखें – वहाँ आज के दाम स्पष्ट दिखते हैं।
एक और बात जो अक्सर छूटती है, वह है सरकारी सब्सिडी का असर। अगर आपके पास LPG सर्टिफ़िकेट है तो आप 2‑3 साल की पुरानी कीमत पर अभी भी गैस भरवा सकते हैं, बशर्ते सब्सिडी के नियम पूरे हों। इसलिए रसीद संभाल कर रखें और समय‑समय पर अपनी सब्सिडी की जाँच करें।
नया कनेक्शन लेना अब ऑनलाइन भी हो सकता है। APM ने अपने मोबाइल ऐप में ‘कनेक्ट इज़ इज़ी’ फीचर डाला है, जहाँ आप अपना पैन नंबर, एड्रेस और पहचान प्रमाण अपलोड करके 24 घंटे के भीतर कनेक्शन की प्रोसेस देख सकते हैं। अगर आप ऑफ़लाइन जाना चाहते हैं तो निकटतम एपीएम एजेंट से मिलें – अक्सर वे जल्दी काम कर देते हैं क्योंकि उनका ऑनलाइन डैशबोर्ड रीयल‑टाइम अपडेट देता है।
डिलीवरी के समय भी अब लचीलापन मिला है। आप ‘इंटरवल बुकिंग’ विकल्प चुनकर अपना टाइम स्लॉट 2 घंटे की विंडो में सेट कर सकते हैं, जिससे देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यदि डिलिवरी में कोई समस्या आती है तो तुरंत कॉल या ऐप के चैट सपोर्ट से संपर्क करें – अधिकांश मामलों को वही दिन हल किया जाता है।
सुरक्षा भी APM की प्राथमिकता है। हर सिलिंडर पर रीड‑ऑफ़ मोनिटर लगाया गया है, जिससे गैस लीक या प्रेशर समस्या होने पर अलर्ट मिलता है। यह फीचर खासकर छोटे अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के लिए फायदेमंद है क्योंकि तुरंत कार्रवाई की जा सकती है।
तो अब जब आप APM गैस से जुड़ी कीमतों, कनेक्शन प्रक्रिया और नई सुविधाओं को समझ गए हैं, तो बेझिझक अपडेटेड रहें और बचत का लाभ उठाएँ। रॉयल खबरें पर ऐसे ही उपयोगी टिप्स और ताज़ा समाचार मिलते रहेंगे – पढ़ते रहें और हर दिन स्मार्ट बनते जाएँ।
महनगर गैस (MGL) और इंद्रप्रस्थ गैस (IGL) के शेयर में 18% तक की गिरावट हुई है क्योंकि केंद्र सरकार ने इन कंपनियों के लिए घरेलू गैस के एडमिनिस्ट्रेटेड प्राइस मैकेनिज्म (APM) आवंटन को कम करने का फैसला किया है। इस फैसले से इन कंपनियों की लाभप्रदता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। कंपनियों को APM गैस की कमी की पूर्ति के लिए उच्च दर पर गैस खरीदनी पड़ेगी। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, इन कंपनियों को CNG की कीमतों में वृद्धि करनी होगी।