क्या आप छात्र हैं या किसी छात्र को जानते हैं? तो फिर ये पेज आपके लिए ही बना है. यहाँ हम भारत में चल रहे बोर्ड परीक्षा, परिणाम और अन्य शैक्षणिक खबरों को सीधे आपके सामने लाते हैं। कोई भी जानकारी जो पढ़ाई से जुड़ी हो, वो यहीं पर मिल जाएगी – चाहे वह CBSE का नया रिज़ल्ट हो या किसी राज्य की प्रवेश प्रक्रिया.
सबसे हाल में CBSE ने कहा है कि 2025 के क्लास 10‑12 के रिज़ल्ट मई में घोषित होंगे. यह वही समय है जब पिछले साल भी छात्रों को काफी इंतज़ार करना पड़ा था. अगर आप अपने अंक जानना चाहते हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट पर अपना रोल नंबर डाल कर तुरंत देख सकते हैं. ध्यान रखें – ग्रेस मार्क्स का फायदा सिर्फ 33 % से ऊपर वाले छात्रों को ही मिलेगा.
UP RTE एडमिशन में भी बड़े बदलाव आए हैं. पोर्टल से करीब 19 हज़ार सीटें अचानक गायब हो गईं, जिससे कई गरीब परिवारों में घबराहट फूट आई. सरकार ने अभी तक इस तकनीकी गड़बड़ी पर कोई साफ़ बयान नहीं दिया है, लेकिन जल्द ही एक नई टाइमलाइन जारी करने की उम्मीद है.
खेलों में भी छात्रों को कई मौके मिलते हैं. उदाहरण के तौर पर IPL 2025 के डेब्यू मैच में असहाय अश्विनी कुमार ने चार विकेट लेकर इतिहास रचा, जबकि वह अभी एक कॉलेज छात्र है. ऐसे टैलेंटेड युवा अक्सर अपने शैक्षणिक जीवन और खेल करियर को संतुलित करने की चुनौती का सामना करते हैं.
क्रिकेट के अलावा, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में रोहित शर्मा जैसी नई प्रतिभाएँ उभर रही हैं. उनके प्रदर्शन से यह साबित होता है कि युवा खिलाड़ी अब सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि पढ़ाई के साथ भी आगे बढ़ रहे हैं.
अगर आप छात्र हैं तो इन खबरों को फॉलो करके न केवल परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं, बल्कि अपने टैलेंट को दिखाने के नए प्लेटफ़ॉर्म भी खोज सकते हैं. रॉयल खबरें पर हर दिन नई अपडेट आती रहती है – इसलिए बुकमार्क रखिए और कभी भी नवीनतम जानकारी से पीछे नहीं रहेंगे.
अंत में एक छोटा सुझाव: जब आप बोर्ड परिणाम की तैयारी कर रहे हों, तो आधिकारिक सूचना के अलावा स्कूल या कॉलेज द्वारा दी जाने वाली रिमाइंडर नोटिफिकेशन को भी फॉलो करें. इससे आपको रिज़ल्ट देखने का समय और अगले कदम (जैसे काउंसलिंग) दोनों ही सही समय पर मिलेंगे.
हमारा लक्ष्य है कि हर छात्र को सटीक, तेज़ और भरोसेमंद जानकारी मिले. अगर आपके पास कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट सेक्शन में लिखें; हम यथासंभव मदद करेंगे.
त्रिपुरा में छात्रों के बीच एचआईवी का खतरा बढ़ता जा रहा है, जहां 828 छात्र एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं और 47 की मौत हो चुकी है। यह संकट मुख्य रूप से इंजेक्टेबल ड्रग्स के उपयोग से जुड़ा हुआ है, जो सरकारी सेवा में कार्यरत अभिभावकों के बच्चों में अधिक देखी जा रही है। इसके पीछे जागरूकता की कमी और नशे की लत का बड़ा हाथ है।